Donald Trump Against Protest : देश में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं और उनकी नीतियों का विरोध कर रहे हैं. साथ ही अमेरिकी जनता ने इस आंदोलन को अहिंसक बताया है.
Donald Trump Against Protest : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) की नीतियों का विरोध करने के लिए जनता एक फिर सड़कों पर उतर आई है. भारी संख्या में व्हाइट हाउस (White House) पहुंचकर अपना विरोध दर्ज कराया है और देश के विभिन्न राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका में कोई किंग नहीं और तानाशाही का विरोध करो जैसे नारे लगाकर अपने हाथों में बैनरों को हवा में लहराकर प्रतिरोध जताया है. बात यह तक नहीं है प्रदर्शनकारियों ने इस प्रोटेस्ट को 50501 नाम दिया है जिसका मतलब है कि 50 विरोध प्रदर्शन, 50 राज्यो में 1 आंदोलन है. इस दौरान लोगों ने पूरी दुनिया पर ट्रंप टैरिफ और सरकारी नौकरियों में लोगों को निकालने को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है.

लोगों ने अपना विरोध को बताया अहिंसक
ट्रंप प्रशासन के खिलाफ यह दूसरा दौर है जब लोग इतनी भारी संख्या में सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन किया है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप प्रशासन पर नागरिक और कानून के राज को कुचलने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने व्हाइट हाउस के अलावा टेस्ला शोरूम का भी घेराव किया है. वहीं, राष्ट्रपति ट्रंप का विरोध करने के लिए व्हाइट हाउस के बाहर भारी संख्या में इकट्ठा हुए लोगों ने ‘शर्म करो’ जैसे नारे लगाकर अपना विरोध दर्ज किया. इसी बीच प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनका मकसद ट्रंप प्रशासन से देश को लोकतंत्र की रक्षा करना है. उन्होंने इस विरोध अंहिसक बताया और इस आंदोलन में कई राजनीतिक दलों की शामिल होने की भी बात कही जा रही है. वहीं, विरोध करने वाले लोगों ने अल सल्वाडोर से निर्वासित हुए लोगों की वापसी की मांग की है.

यह हैं विरोध के बड़े कारण
प्रदर्शनकारियों का एक विरोध का सबसे बड़ा कारण ट्रंप की इमिग्रेशन नीतियों के खिलाफ भी है. विरोध करने वाले लोगों ने सड़कों पर नारे लगाए कोई आईसीई नहीं, कोई डर नहीं, अप्रवासियों का यहां स्वागत है. इमिग्रेशन और कस्टम विभाग को मुख्य रूप से अवैध रूप से रह रहे लोगों को देश से निकालने का सौंपा गया है. वहीं, जैक्सलीन में LGBTQ+ के अधिकारों और पर्यावरण संरक्षण को वापस लिए जाने का विरोध किया है. इसके अलावा ऑस्टिन और पालो ऑल्टो में स्पष्ट रूप से स्पेसएक्स और टेस्ला को निशाना बनाया गया है. इसमें एलन मस्क पर संघीय डाउनसाइजिंग एजेंडे का समर्थन करने का आरोप लगाया है.

यह भी पढ़ें- पुतिन की इस हरकत से यूक्रेन फिर हुआ चिंतित, कहा- वह वास्तविक युद्धविराम ही स्वीकार करेगा