Home Latest पंजाब सरकार का बड़ा कदमः 18 साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं मिलेगी एनर्जी ड्रिंक, पूरे राज्य में लगी रोक

पंजाब सरकार का बड़ा कदमः 18 साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं मिलेगी एनर्जी ड्रिंक, पूरे राज्य में लगी रोक

by Sanjay Kumar Srivastava
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स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि इस संबंध में मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की और उनसे कहा कि कॉलेजों में भी एनर्जी ड्रिंक पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.

Bathinda: पंजाब में 18 साल से कम उम्र के बच्चों को अब दुकानों से एनर्जी ड्रिंक नहीं मिलेगी. यदि कोई दुकानदार ऐसा करता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सरकार ने अभिभावकों से भी आग्रह किया है कि वे घरों में एनर्जी ड्रिंक न रखें. पंजाब सरकार ने कहा है कि सोमवार से पूरे राज्य में 18 साल से कम उम्र के बच्चों को एनर्जी ड्रिंक नहीं मिलेगी.

स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों वाले स्कूलों में ये पूरी तरह से प्रतिबंधित है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से भी इसके लिए निर्देश है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की और उनसे कहा कि कॉलेजों में भी इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. हर चीज कानून से नहीं होती. हमने अभिभावकों और शिक्षकों से भी कहा है कि वे घरों और स्कूलों में एनर्जी ड्रिंक न रखें. ये बहुत खतरनाक हैं और कई बीमारियों का कारण बनते हैं.

नशे के खिलाफ सरकार उठा रही कड़े कदम

सिंह ने बठिंडा में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार नशा विरोधी मुहिम के खिलाफ जंग में बड़े कदम उठा रही है. नशे की लत में फंसे बच्चों के पुनर्वास के लिए हमने नई नीति बनाई है. हम उन्हें जेल नहीं भेजेंगे, बल्कि पुनर्वास केंद्र भेजेंगे. हम उन्हें कुछ काम सिखाएंगे, ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें. सरकार और नशा मुक्ति केंद्र खोल रही है, जो सभी सुविधाओं से लैस होंगे.

सिंह ने कहा कि पंजाब में नशे की बुराई को खत्म करने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है, जिसके लिए बुद्धिजीवियों से भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि नशे के प्रभाव को कम करने में सहयोग किया जा सके. उन्होंने कहा कि राज्य में डॉक्टरों की कमी है, जल्द ही करीब दो हजार डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी. कहा कि पंजाब में नशे की लत के मामलों में कमी आई है. मैंने सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया, जहां मैंने पाया कि पुलिस की कड़ी निगरानी के कारण अब पहले की तुलना में ड्रोन कम आ रहे हैं. ड्रोन नशा गिराते हैं, लेकिन पुलिस की सख्ती से कोई लेने नहीं आता.

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