National Maritime Day of India: हर साल 5 अप्रैल को राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया जाता है. इस दिन सिंधिया स्टीम नेवीगेशन कंपनी लिमिटेड ने अपना पहला जहाज समुद्र में उतारा था. इस जहाज को भारत का पहला जहाज भी माना जाता है.
4 April, 2024
National Maritime Day of India: हर साल 5 अप्रैल को राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया जाता है. इस दिन सिंधिया स्टीम नेवीगेशन कंपनी लिमिटेड ने अपना पहला जहाज समुद्र में उतारा था. इस जहाज को भारत का पहला जहाज भी माना जाता है और इस साल 2024 में 61वां भारतीय समुद्री दिवस मनाया जाएगा जा रहा है. यह दिन उन लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाने वाला दिन है जो भारत के व्यापार और वाणिज्य के बड़े हिस्से को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए कई महीने समुद्र में बिताते हैं. भारतीय राष्ट्रीय समुद्री दिवस 5 अप्रैल को इसलिए भी मनाया जाता है क्योंकि 1919 में इसी दिन SS लॉयल्टी, पहला भारतीय ध्वज व्यापारी जहाज, मुंबई से लंदन के लिए रवाना हुआ था, जिसमे सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी लिमिटेड एसएस लॉयल्टी का मालिक
था.
क्या है राष्ट्रीय समुद्री दिवस का इतिहास ?
राष्ट्रीय समुद्री दिवस उन बहादुर लोगों को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है, जो अपने काम के लिए कई साल समुद्र में गुजार देते हैं. समुद्र में रहकर भारत के वैश्विक व्यापार और वाणिज्य में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं. भारत में राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाने की परंपरा साल 1964 से चली आ रही है. राष्ट्रीय समुद्री दिवस अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के समर्थन में मनाया जाता है क्योंकि समुद्री शिपिंग दुनिया भर में वस्तुओं को ले जाने का सबसे कुशल और सुरक्षित तरीका है. इसके साथ ही भारत की नौसेना का मान बढ़ाने के लिए भी इस दिन को मनाया जाता है.
दुनिया की सातवीं सबसे ताकतवर नौसेना
कुछ आंकड़ों के अनुसार, 10 सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से सातवां नंबर भारतीय नौसेना का है. करीब 400 साल पहले 1612 में भारतीय नौसेना का गठन हुआ था. तब इसे रॉयल इंडियन नेवी कहा जाता था. इस सेना के प्रमुख भारत के राष्ट्रपति होते हैं. इसके साथ भारतीय नौसेना के प्रमुख कार्यों की बात की जाए तो इसमें परमाणु युद्ध होने से रोकना, समुद्री बचाव कार्य और अगर युद्ध हुआ तो समुद्र में मोर्चा संभालना होता है.
भारतीय नौसेना की ताकत
भारत के कुछ आंकड़ों में ऐसा भी बताया जाता है कि भारतीय नौसेना की शक्ति की बात की जाए तो नौसेना के पास दो एयरक्राफ्ट करियर हैं. INS Vikramaditya और INS Vikrant. भारतीय नौसेना के 11 से ज्यादा बेस हैं. जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, केरल, लक्षद्वीप, महाराष्ट्र, गोवा कर्नाटक और गुजरात में मौजूद हैं. भारतीय नौसेना के सबसे जरूरी काम है एम्यूनिशन सपोर्ट, लॉजिस्टिक्स, मेंटेनेंस सपोर्स, मार्कोस बेस, एयर स्टेशन, फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस, सबमरीन और मिसाइल बोट बेस आदि.
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