Chikkballapur Karnataka Lok Sabha Elections: कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर लोकसभा सीट में आठ विधानसभा सीटें आती हैं. इसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. बावजूद इसके पिछले लोकसभा चुनाव में यहां भारतीय जनता पार्टी को पहली बार जीत मिली थी.
14 April, 2024
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू के पास इस सीट में कई विधानसभा सीटें शहरी हैं और राजधानी का हिस्सा मानी जाती हैं. भारतीय जनता पार्टी ने यहां से कर्नाटक के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर को चुनावी मैदान में उतारा है और वह चिक्कबल्लापुर से तीन बार विधायक रहे हैं. कांग्रेस उम्मीदवार यूथ कांग्रेस के महासचिव रक्षा रमैया हैं. वे पूर्व मंत्री एमआर सीताराम के बेटे और शिक्षाविद् एमएस रमैया के पोते हैं. डॉ. के. सुधाकर इसी समुदाय से आते हैं. एससी वोटर 22 प्रतिशत हैं, जबकि यहां पर अल्पसंख्यक वोटर 8.6 प्रतिशत हैं. बलिजा समुदाय की आबादी 8 प्रतिशत है. रमैया इसी समुदाय से हैं. दोनों नेता पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं और दोनों को अपनी जीत का पूरा भरोसा है.
डॉ. के. सुधाकर (उम्मीदवार, भाजपा) का कहना है कि लोग मेरे लिए काफी प्यार दिखा रहे हैं. कर्नाटक के लोगों ने और खास कर मेरी सीट के लोगों ने फैसला किया है कि उनका वोट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के लिए है. इसके बात बातचीत के दौरान वह अपनी भाषा में कहते हैं कि विकसित भारत के लिए मोदी और विकसित चिक्काबल्लापुर के लिए डॉक्टर सुधाकर. मैंने पिछले 15 साल में तीन बार उनकी नुमाइंदगी की है और वे जानते हैं कि मैंने हमेशा विकास को अहमियत दी है.
उधर, कांग्रेस उम्मीदवार रक्षा रमैया का कहना है कि विधायक के रूप में डॉक्टर सुधाकर नाकाम रहे हैं और उन्हें वोक्कालिगा समुदाय के वोट नहीं मिलेंगे. उनका यह भी कहना है कि शायद वे वोक्कालिगा समुदायक के मुख्यमंत्री को गद्दी से हटाने के पीछे मुख्य वजह थे. उनपर वोक्कालिगाओं के खिलाफ कई मामले थे. उन्होंने किसी को भी नहीं बख्शा. उन्होंने कई लोगों को निशाना बनाया. उन खास समुदायों को निशाना बनाया. उन्होंने उन्हें अलग-थलग कर दिया, लोगों को काफी परेशान किया और यह अच्छी बात नहीं है.
कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर सीट का लेखा-जोखा
बेंगलुरू के पास होने के बावजूद लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खास कर गांवों में पीने के पानी की कमी, बेरोजगारी और बुनियादी ढांचे की कमी मुख्य परेशानियां हैं. वोटरों का झुकाव अलग-अलग था. कुछ ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व का समर्थन किया तो कुछ को राज्य में कांग्रेस सरकार की योजनाएं फायदेमंद दिख रही हैं.
इस बार एनडीए निश्चित रूप से सत्ता में आएगी. आप ऐसा क्यों सोचते हैं? इस पर एक स्थानीय निवासी का कहना है कि पहली बार देश को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में एक अच्छा नेता मिला है. ये हमारा सौभाग्य है कि हमें उनके जैसा नेता मिला. कई साल बाद हमें ऐसा नेता मिला है, जिसने दुनिया भर में भारत की छवि बेहतर बनाने में मदद की है.
वहीं, कांग्रेस ने लोगों को इतनी सारी योजनाएं दी हैं, जिससे इतने सारे गरीबों को फायदा हुआ है. केंद्र सरकार को देखें तो हमसे काफी टैक्स लेती है. वो दूसरे राज्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. बदले में हमें क्या मिलता है, सोचिए. गौरतलब है कि कर्नाटक में लोकसभा चुनाव दो चरणों में हैं और चिक्कबल्लापुर में 26 अप्रैल को मतदान होगा.
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