Lok Sabha Election 2024: असम में पहली बार वोट दे रहें युवाओं का कहना है कि नौकरी के मौकों की कमी उनके वोट तय करने में अहम भूमिका अदा करेगी.
23 April, 2024
Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव को लेकर एक अलग ही लहर देखने को मिल रही है. जहां पहले चरण में 21 राज्यों के 102 सीटों पर चुनाव हुए हैं. वहीं, लोगों के बयान भी सामने आ रहा हैं. असम में भी पहली बार वोट दे रहें युवाओं का कहना है कि नौकरी के मौकों की कमी उनके वोट तय करने में अहम भूमिका अदा करेगी.असम में पहली बार वोट देने वालों के लिए लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी का मुद्दा सबसे अहम है. उनका कहना है कि बेरोजगारी हमारे लिए सबसे बड़ी समस्या है.
रोजगार पर ही हमारा मेन फोकस
युवाओं का कहना है कि जब हम एक जॉब के लिए जाते हैं तो वहां पर लाखों कैंडिडेट्स देखने को मिलते हैं. ऐसे में नौकरी मिल पाना बहुत मुश्किल हो जाता है. हम लोगों को रोजगार के अवसर चाहिए और हम ये देखेंगे कि रोजगार के अवसरों पर सरकार कितना ध्यान दे रही है. रोजगार पर ही हमारा मेन फोकस होगा. टाटा इंडस्ट्रीज ने सेमीकंडक्टर का प्रोजेक्ट का एलान किया है पर असम में हालात ऐसे हैं कि इंडस्ट्री तो आ जाएगी पर असम के लोगों को नौकरियां वहां मिलेगी या नहीं मिलेंगी. अगर नौकरियां मिलेंगी तो हमारे असम के लोगों में वो स्किल है या नहीं. नौकरी तो मिल रही है पर जनसंख्या बहुत ज्यादा है. जनसंख्या के हिसाब से नौकरी होनी चाहिए और एंटरप्रेन्योरशिप ज्यादा होनी चाहिए.
मेनिफेस्टो देखना बहुत जरुरी
बेरोजगारी के अलावा निजी तौर पर उम्मीदवार की पसंद और चुनाव मेनिफेस्टो के वादे भी पहली बार वोट देने वालों के लिए काफी मायने रखते हैं. लोगों ने कहा कि मेनिफेस्टो भी देखना बहुत जरुरी है, लेकिन लोग नहीं देखते है. आप गौरव गोगोई है और तपन गोगोई दोनों का मेनिफेस्टो पढ़कर देखिए. वो जो अगले पांच साल में करने वाले हैं उसको देखकर ही हम लोग अपना डिसीजन लेंगे कि किसको वोट करना है. बता दें कि असम में तीन चरण में लोकसभा चुनाव है. पांच सीट पर 19 अप्रैल को वोटिंग हो चुकी है. 26 अप्रैल को दूसरे चरण में पांच सीट पर वोटिंग होगी. बाकी चार सीट पर तीसरे चरण में सात मई को वोट पड़ेंगे.
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