Tamil Nadu News : तमिलनाडु के धोबी कपड़े धोने के लिए जिन केमिकल का इस्तेमाल करते हैं, उसके कारण वहां के लोगों के अंगुलियों के निशान तक मिट गए हैं.
23 April, 2024
Tamil Nadu News : तिरुचिरापल्ली की कोल्लिडम नदी में कपड़े धो रहे धोबी इन दिनों अजीब समस्या से जूझ रहे हैं. कपड़े धोने के लिए ये जिन केमिकल का इस्तेमाल करते हैं उससे उनकी अंगुलियों के निशान मिट गए हैं. इससे इन्हें पीडीएस सिस्टम (Public Distribution System) में सरकारी राशन लेने में दिक्कत होती है, क्योंकि तमिलनाडु में इन वस्तुओं को लेने के लिए राशन की दुकान पर फिंगरप्रिंट से मिलान करना जरूरी होता है. अब ये लोग उचित मूल्य की दुकानों पर जाते वक्त अपने बच्चों को साथ ले जाते हैं जिससे उनकी पढ़ाई का नुकसान हो रहा है.
अंगुलियों के निशान भी धुंधले हो गए
स्थानीय ईश्वरी का कहना है कि अंगलियों के निशान नहीं हैं. मेरी बेटी राशन की दुकान पर जाती थी, लेकिन हाल ही में उसकी अंगुलियों के निशान भी धुंधले हो गए हैं. यही वजह है कि हम दोनों सिफारिश के लिए तालुक कार्यालय गए, लेकिन इसके बावजूद हमें 20 तारीख तक सामान नहीं मिल सका. दरअसल, ये महीने का आखिर था, इसलिए कई वस्तुएं वहां नहीं थीं. अब एक बार फिर मेरी बेटी किसी तरह अपनी अंगलियों के निशान के साथ सामान ले रही है पर उसकी अब परीक्षा है और इसलिए हम अब सामान नहीं ले पा रहे हैं.
बीमारियों का कर रहे हैं सामना
लोगों के मुताबिक जिस नदी में वो कपड़े धोते हैं, उसमें बड़ी तादात में प्रदूषण है जिससे उन्हें कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. उधर, इस मामले में मुथुलक्ष्मी का कहना है कि जल निकासी प्रदूषित है और कोई भी इसके लिए कुछ नहीं कर रहा है. अगर हम 500 रुपये कमा रहे हैं तो हम दवाओं पर लगभग 1000 रुपये खर्च कर रहे हैं. हम कोई दूसरे काम भी नहीं जानते हैं. इसलिए बीमार होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. यहां कोई दूसरा काम भी नहीं है. अधिकारियों ने अंगलियों के निशान के बजाय लोगों को साइन करने की इजाजत दे दी है, लेकिन स्कूल में एडमिशन और लोन लेने के दौरान ये दिक्कत अभी भी बनी हुई है.