Dhar Lok Sabha Seat 2024: मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक ‘भोजशाला’ इमारत पर विवाद जारी है. इसे लेकर धार के वोटरों की राय अलग-अलग है. हिंदुओं का दावा है कि 13वीं सदी की इमारत मंदिर है, जबकि मुस्लिम समुदाय का कहना है कि ये मस्जिद है.
28 April, 2024
Dhar Lok Sabha Seat 2024: लोकतंत्र के महापर्व में हर पार्टी अपना दम-खम दिखा रही है. 26 अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग हुई, जिसके बाद कई नेताओं की किस्मत EVM में कैद हो गई. बात अगर मध्य प्रदेश की करें तो धार सीट पर लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग होनी है. ऐसे में धार के वोटरों के बीच ‘भोजशाला विवाद’ जारी है, जिसको लेकर हाल ही में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने पुरातत्व विभाग को इमारत की जांच करने का आदेश दिया. पुरातत्व विभाग ने साल 2003 में कहा था कि यहां हिंदू को मंगलवार को प्रार्थना कर सकते हैं और मुसलमानों को शुक्रवार को नमाज पढ़ सकते हैं.
‘भोजशाला विवाद’ सांस्कृतिक मुद्दा है’
भोजशाला विवाद को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि खास राजनीतिक दल के फायदे के लिए ये मुद्दा चुनाव के समय उठाया गया है उनके मुताबिक चुनाव पर असर डालने के लिए यहां के विकास जैसे कई मुद्दे हैं और कुछ वोटरों का यह भी मानना है कि भोजशाला सांस्कृतिक मुद्दा है, जिसका फौरन समाधान करने की जरूरत है. हालांकि मौजूदा चुनाव पर इस मुद्दे का कोई असर नहीं पड़ेगा.
क्या है ‘भोजशाला विवाद’? (What is Bhojshala Vivad)
मध्यप्रदेश के धार में हजार साल पहले धार में परमार वंश का शासन था. यहां पर 1000 से 1055 ईस्वी तक राजा भोज ने शासन किया. राजा भोज सरस्वती देवी के भक्त थे. उन्होंने 1034 ईस्वी में यहां पर एक महाविद्यालय की स्थापना की, जिसे बाद में ‘भोजशाला’ के नाम से जाना जाने लगा. इसे हिंदू सरस्वती मंदिर भी मानते थे. 11 वीं सदी की विवादित ऐतिहासिक इमारत भोजशाला में अज्ञात लोगों द्वारा मूर्ति रखने की कोशिश के बाद तनाव बढ़ गया. हिंदू भोजशाला को सरस्वती का मंदिर मानते हैं, जबकि मुस्लिम इस परिसर को ‘कमाल मौला’ मस्जिद बताते हैं. इसी को लेकर दोनों के बीच लंबे वक्त से विवाद चलाता आ रहा है, जो अभी भी जारी है.
इस बार लोकसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी बीजेपी ने मौजूदा सांसद चतर सिंह दरबार के बजाय सावित्री ठाकुर को टिकट दिया है. उनका मुकाबला कांग्रेस के राधेश्याम मुवेल से है अब देखना ये है कि इस लोकसभा चुनाव में किसकी होगी जीत और किसकी होगी हार.
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