Car Driving without hands: तमिलनाडु के रहने वाले तानसेन ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जो आप और हम सोच भी नहीं सकते हैं. बिना हाथों के ड्राइविंग लाइसेंस पाने वाले वो राज्य के पहले शख्स बन गए हैं.
08 May, 2024
Car Driving without hands: सपने उन्हीं के पूरे होते हैं जो इसे पूरा करने की हिम्मत रखते हैं. तमिलनाडु के रहने वाले तानसेन ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जो आप और हम सोच भी नहीं सकते हैं. लोखों लोगों के लिए वो प्रेणा बन गए हैं. तानसेन ने अपनी मेहनत से कामयाबी का ऐसा झंडा गाड़ा कि एक नया माइल स्टोन रच दिया. बिना हाथों के ड्राइविंग लाइसेंस पाने वाले वो राज्य के पहले शख्स बन गए हैं.
स्पेशल ड्राइविंग लाइसेंस मिला
बचपन में हुए हादसे में दोनों हाथ गंवा चुके 30 साल के तानसेन को नॉर्थ चेन्नई रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस ने स्पेशल ड्राइविंग लाइसेंस दिया है. तानसेन लॉ में मास्टर डिग्री कर रहे हैं. वे अपनी जरूरत के मुताबिक मोडिफाई की गई पूरी तरह से ऑटोमेटिक कार चलाने के लिए पैरों का इस्तेमाल करते हैं. तानसेन ने बताया कि मेरे लिए मोडीफाई किए गए व्हीकल को रजिस्टर्ड कराना बहुत मुश्किल था. मैंने लाइसेंस होल्डर की मदद से सड़कों पर प्रैक्टिस करना शुरू किया. फिर मैंने कार चला कर टेस्ट दिया और उन्होंने मुझे लाइसेंस मिल गया. मैं बहुत खुश हूं कि मैं तमिलनाडु में ये लाइसेंस पाने वाला पहला आदमी हूं.
एक हादसे में खो दिए दोनों हाथ
जब तानसेन केवल 10 साल के थे तो बिजली का करंट लगने की वजह से उनके दोनों हाथ चले गए. हाथ गंवाने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और मारुति स्विफ्ट कार पैरों से चलाना सिखा. उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस भी मिल गया. ऐसा करने वाले वो तमिलनाडु के पहले शख्स हैं.
मल्टी टास्कर हैं तानसेन
तानसेन ने केवल पैरों से कार ही नहीं बल्कि तैरना और ड्रम बजाना भी सीखा है. बता दें कि पैरों से गाड़ी चलाने के लिए उन्होंने अपनी गाड़ी में कई बदलाव किए हैं. उनकी कार के हैंड ब्रेक के पास हॉर्न, इंडिकेटर, वाइपर और लाइट स्विच लगे हैं. तानसेन का कहना है कि वो अब बाइक चलाना सिखना चाहते हैं और ये लक्ष्य भी वो जल्द ही प्राप्त कर लेगें.
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