Jammu Kashmir: लाइन ऑफ कंट्रोल से करीब 600 मीटर दूर, जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के डाबी गांव की सड़क को सेना ने सोलर लाइट से रोशन कर दिया है. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि ‘ऑपरेशन सद्भावना’ के तहत ये परियोजना चलाई गई थी, जिसे बहुत कम समय में पूरा कर किया गया है.
16 May, 2024
मेंढर उप-मंडल की बालाकोट तहसील का डाबी गांव सालों से सीमा पार से गोलाबारी की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित गांवों में से एक है. इस इलाके में स्ट्रीट लाइट की कमी थी. अधिकारी ने बताया कि डाबी गांव को सोलर लाइट से रोशन करने की सेना की पहल ने 19 घरों और 129 लोगों तक स्ट्रीट लाइट की रोशनी पहुंचाई है. वहीं लोगों को मस्जिद, मंदिर, स्कूल और पशुओं के बाड़ों की ओर जाने वाली सड़क सहित बड़े हिस्से में रोशनी की व्यवस्था की गई है.
Jammu Kashmir: मरीज को इलाज के लिए अस्पताल ले जाना मुश्किल
इस पर डाबी गांव के निवासी इमाम मोहम्मद सरफराज ने बताया कि लोगों के लिए रात के वक्त घूमना-फिरना बहुत मुश्किल था. खासकर जब बारिश होती थी. हम गांव को रोशन करने के लिए सेना के बहुत आभारी हैं. अब हमारे लिए नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद पर बिना किसी परेशानी के पहुंचना आसान हो गया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि गांव को अच्छी सड़क की भी जरूरत है, क्योंकि कई बार मरीज को इलाज के लिए अस्पताल ले जाना बहुत मुश्किल होता है.
Jammu Kashmir: गांव में रोड की बहुत दुश्वारी है
आगे मौलवी मौहम्मद सरफराज ने कहा कि हमारी फौज ने एक बहुत बड़ा काम किया है, क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि आंधी-तूफान में हमारे पास लाइट नहीं होती है. हमें नमाज पढ़ने में और दुआ मांगने करने के लिए काफी मुश्किल होती है, ये लाइट लगी है, इसका बहुत बड़ा फायदा है. इसके अलावा रोड पर बहुत से दुष्कर्म भी होते हैं. यहां पर ठीक से रोड नहीं है, अगर रोड हो जाए तो हमारी कई सारी मुश्किलें हल हो जाएंगी.
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