Share Market News: हाल ही में खबर आई कि रिजर्व बैंक केंद्र सरकार को ज्यादा डिविडेंट देने वाली है. इस खबर का असर शेयर बाजार में साफ देखा गया.
24 May, 2024
Share Market News: रिजर्व बैंक 31 मार्च को खत्म हुए वित्तीय साल के लिए सरकार को रिकॉर्ड 2 लाख 11 हजार करोड़ रुपये का डिविडेंड देगा. गुरूवार को इस खबर के आने के बाद से शेयर मार्केट में भी उछाल देखने को मिला. वही, ज्यादा डिविडेंट की वजह से नई सरकार को कार्यभार संभालने पर ज्यादा रेवेन्यू मिलेगा. वहीं, इस बारे में इकॉनॉमिस्ट आकाश जिंदल का कहना है कि ‘ये RBI से सरकार को मिलने वाला सबसे ज्यादा डिविडेंड है. इससे केंद्र सरकार अपना घाटा कम कर सकती है’.
कैसे होती है RBI की आमदनी
सेंट्रल बैंक को अपने ऐस्सेट्स, करेंसी एक्सचेंज के अलावा घरेलू और विदेशी सरकारी बॉन्डों के कारोबार से आय होती है. जानकारों के मुताबिक बजट से ज्यादा डिविडेंड देने की तीन मुख्य वजह हैं. पहली- RBI को घरेलू और विदेशी शेयरों पर ज्यादा ब्याज दर से आमदनी हुई. दूसरा- विदेशी मुद्रा की बिक्री ज्यादा हुई और तीसरी वजह ये है कि पिछले साल के मुकाबले लिक्विड ऑपरेशंस में कम खर्च हुआ.
ब्याज दरें कम होने का अंदेशा
इस डिविडेंट भुगतान का नतीजा ये होगा कि सरकार को कम उधार लेना पड़ेगा. इससे कर्ज बाजार में आसानी होगी. यानी इससे होम लोन और कार लोन पर ब्याज दरें कम होने के आसार हैं. वहीं, ज्यादा डिविडेंड के भुगतान से सरकार के पास कल्याणकारी स्कीमों के लिए भी ज्यादा पैसा होगा. आपको बता दें कि केंद्रीय बैंक का दिया जाने वाला डिविडेंड 1 फरवरी को अंतरिम बजट में लगाए गए अनुमान से दोगुने से भी ज्यादा है.
बढ़ गया है सोने का भंडार
इकॉनॉमिस्ट और मैनेजमेंट कंसल्टेंट सुमन मुखर्जी ने इतने ज्यादा डिविडेंड के पीछे का कारण बताते हुए कहा- ‘विदेशी एक्सचेंज और रिवैल्युएशन में करीब 13.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. मौजूदा डिविडेंड उसी की वजह से है. ये कमर्शियल बैंकों को दिए गए कर्ज की वजह से 136 फीसदी से ज्यादा हुआ. ऐसा इसलिए भी हुआ क्योंकि सोने का भंडार 17 फीसदी तक बढ़ा है’.
सबसे ज्यादा डिविडेंड
साल 2022-23 में RBI ने केंद्र सरकार को 87,416 करोड़ रुपये डिविडेंड दिया था. वहीं, इससे पहले सबसे ज्यादा डिविडेंड साल 2018-19 में दिया गया था जो 1 लाख 76 हजार करोड़ रुपये था.