Delhi Water Crisis: जल संसाधन मंत्री आतिशी ने कहा कि मुनक नहर से हरियाणा जितना पानी छोड़ रहा है, वो पर्याप्त नहीं है. अगर ऐसा ही चलता रहा, 1-2 दिनों में पूरी दिल्ली में पानी आपूर्ति की स्थिति और गंभीर हो जाएगी.
09 June, 2024
Delhi Water Crisis: दिल्ली में महीने भर से चल रहे जल संकट को लेकर जल संसाधन मंत्री आतिशी ने रविवार को बड़ी चेतावनी दी है. आतिशी ने कहा कि मुनक नहर से हरियाणा जितना पानी छोड़ रहा है, वो पर्याप्त नहीं है. अगर ऐसा ही चलता रहा, 1-2 दिनों में पूरी दिल्ली में पानी आपूर्ति की स्थिति और गंभीर हो जाएगी. इसके लिए उन्होंने उपराज्यपाल वी के सक्सेना से आपात बैठक की मांग की है. वहीं, अब एलजी सचिवालय के आधिकारिक अकाउंट राज निवास दिल्ली ने कहा, ‘एलजी सोमवार सुबह 11:00 बजे आतिशी से मिलेंगे.
दिल्ली को कितना पानी चाहिए?
आतिशी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि ‘दिल्ली को नहर से 1,050 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए, लेकिन यह घटकर केवल 840 क्यूसेक रह गया है. दिल्ली के 7 जल उपचार संयंत्र इस पानी पर निर्भर हैं. अगर पानी की मात्रा रविवार को नहीं बढ़ती है तो फिर 1-2 दिनों में पूरी दिल्ली में पानी का संकट गहरा जाएगा’ लगातार बढ़ते तापमान के बीच दिल्ली को पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. आतिशी ने यह भी कहा कि, ‘उपराज्यपाल दिल्ली केंद्र सरकार के प्रतिनिधि हैं. उनसे इस मामले में हस्तक्षेप करने और संकट को सुलझाने का अनुरोध किया जाएगा.’
दिल्ली में क्यों बढ़ा पानी संकट?
दिल्ली में पानी के संकट के दो प्रमुख कारण हैं. पहला कारण यह है कि दिल्ली में प्रचंड गर्मी होती है. दूसरी वजह यह है कि राज्य को पानी के लिए पड़ोसी राज्यों पर निर्भर होना पड़ता है, क्योंकि दिल्ली के पास अपना कोई जल स्रोत नहीं है. बढ़ती गर्मी के कारण पानी की मांग और भी ज्यादा बढ़ गई है. दिल्ली सरकार का कहना है कि पड़ोसी राज्य आबादी के मुताबिक दिल्ली को पानी नहीं दे रहे. इसकी सप्लाई पहले से भी कम हो गई है. DJB के मुताबिक इस साल दिल्ली हर दिन की जरूरत से 32.1 करोड़ गैलन पानी की कमी से जूझ रही है.
दिल्ली को कहां से मिलता है पानी?
दिल्ली को हरियाणा सरकार यमुना नदी से, उत्तर प्रदेश सरकार गंगा नदी से और पंजाब सरकार भाखरा नांगल से पानी देती है. आर्थिक सर्वे के अनुसार 2023 में दिल्ली को हर दिन यमुना से 38.9 करोड़ गैलन, गंगा नदी से 25.3 करोड़ गैलन और भाखरा-नांगल से रावि-व्यास नदी से 22.1 करोड़ गैलन पानी दिया जाता था. इसके अलावा कुंए, ट्यूबवेल और ग्राउंड वाटर से दिल्ली को पानी मिलता था.
पानी की जरूरत कैसे होगी पूरी?
अब सवाल यह है कि दिल्ली को इस साल 2024 में पानी की कितनी जरूरत है. दिल्ली जल बोर्ड के अनुसार राजधानी को हर दिन 129 करोड़ गैलन पानी की आवश्यकता है, लेकिन केवल 96.9 करोड़ गैलन पानी ही मिल रहा है. दिल्ली की 2.30 करोड़ आबादी है और उसके अनुसार हर दिन 129 करोड़ गैलन पानी चाहिए जो कि नहीं मिल पा रहा है. इसी संकट को लेकर दिल्ली सरकार LG से आपात बैठक की मांग कर रही है. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी मामला है, जिस पर सोमवार 10 जून को सुनवाई होनी है.
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