20 June, 2024
NEET Scam 2024: डिप्टी CM विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम को पेपर लीक के मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु का करीबी बताया है.
NEET Scam 2024: बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने गुरुवार को NEET पेपर लीक मामलें को लेकर एक बड़ा दावा किया है. विजय सिन्हा ने मीडिया को बताया, RJD (राष्ट्रीय जनता दल) के नेता तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम कुमार ने NEET केस में गिरफ्तार आरोपी सिकंदर यादवेंदु के लिए होटल में एक कमरा बुक कराया था.
डिप्टी CM सिन्हा ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘हमें जो जानकारी मिली है वह यह है कि 1 मई को तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम कुमार ने PWD में तैनात प्रदीप कुमार को रात 9 बजकर 7 मिनट पर फोन किया और उनसे कहा कि सिकंदर यादवेन्दु के लिए NHAI गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराने के लिए कहा. पहले तो प्रदीप कुमार ने ध्यान नहीं दिया लेकिन 4 मई को सुबह 8 बजकर 49 मिनट पर प्रीतम ने प्रदीप को फिर फोन किया और उसे कमरा बुक करने के लिए दोबारा कहा, जिसके बाद सिकंदर के नाम पर कमरा बुक हुआ’
किस ‘मंत्री जी’ के कहने पर हुई बुकिंग?
डिप्टी CM विजय सिन्हा ने अपने दावे को साबित करने के लिए प्रीतम कुमार और प्रदीप कुमार के बीच हुई बातचीत की कॉल डिटेल दिखाई. उन्होंने कहा, ‘जब तेजस्वी शहरी विकास मंत्रालय (ministry of urban development) के मंत्री थे, तब प्रीतम कुमार उनके निजी सचिव थे. यही कारण है कि उन्होंने कमरा बुकिंग में ‘मंत्री जी’ शब्द का इस्तेमाल किया.’
विजय सिन्हा ने ये भी दावा किया कि प्रमोद कुमार ने पहले तो तेजस्वी के पीए प्रीतम कुमार को अनसुना कर दिया. लेकिन 2-3 बार कॉल आने के बाद उन्होंने कमरा बुक करा दिया. प्रीतम कुमार लंबे समय तक उस मंत्रालय में थे, इस वजह से उनका प्रभाव मंत्रालय में था.
PA की भूमिका साफ करें तेजस्वी
डिप्टी CM विजय सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव को यह स्पष्ट करना चाहिए कि प्रीतम अभी उनके निजी सचिव हैं या नहीं? और उन्हें सिकंदर यादवेंदु के साथ संबंधों पर भी जानकारी देनी चाहिए. विजय सिन्हा ने कहा, ‘सिकंदर यादवेंदु सिंचाई विभाग में जेई थे. उन्हें शहरी विकास मंत्रालय में कौन लाया और उन्हें इतने सारे विभागों का हेड क्यों बनाया गया? इन सभी सवालों पर तेजस्वी यादव को जवाब देना चाहिए.’
कौन है सिकंदर यादवेंदु
सिकंदर यादवेंदु NEET UG पेपर लीक मामले का आरोपी है. सिकंदर यादवेंदु ने ही NEET UG का पेपर लीक किया था और फिर छात्रों को पेपर में आए सवालों के जवाबों को रटवा दिया था. पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि सिकंदर यादवेंदु ने इसके लिए छात्रों से 30 से 40 लाख रुपये लिए थे.
पेपर लीक में बिहार पुलिस का एक्शन
बिहार में NEET UG पेपर लीक मामले को लेकर पुलिस ने अभी तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें 5 NEET UG के परीक्षार्थी हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय ने पटना में NEET एग्जाम 2024 में हुई कथित गड़बड़ियों के मामले में रिपोर्ट मांगी है. इस मामले में पुलिस की जांच जारी है. इसकी रिपोर्ट जल्द ही शिक्षा मंत्रालय को सौंप दी जाएगी.
यह भी पढ़ें: नीतीश सरकार को बड़ा झटका, पटना HC ने खारिज किया आरक्षण कानून में संशोधन