Mohan Bhagwat News: RSS प्रमुख ने कहा कि हम जो करते हैं वो निरंतर करते रहना है और कुछ काम अभी बाकी है यह भाव बना रहना चाहिए.
18 July, 2024
Mohan Bhagwat News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) ने अपने संबोधन में मनुष्य की अनंत इच्छाओं और महत्वकांक्षाओं का जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इंसानों की ख्वाहिशों का कोई अंत नहीं है. वह (इंसान) तो भगवान तक बनना चाहता है. यह बात उन्होंने झारखंड की राजधानी रांची में एक कार्यक्रम के दौरान कही.
इंसान जीवित हैं, मानवता नहीं
उन्होंने अपने संबोधन में यह जरूर कहा कि लोगों को मानव जाति के कल्याण के लिए लगातार काम करना चाहिए. क्योंकि विकास और मानवीय महत्वाकांक्षा की खोज का कोई अंत नहीं है. भागवत ने यह भी कहा कि आगे बढ़ने का कोई अंत होता है. इतना आगे, इतना आगे, इसका कोई छोर नहीं, जहां पूर्णता ही डोर हो सीमाओं की डोर नहीं. विकास एक ऐसी जीच है. विकास का कोई अंत नहीं है. जब हम स्वयं द्वारा निर्धारित विकास के मील के पत्थर तक पहुंचते हैं, तो हम देखते हैं कि मील के पत्थर तक पहुंचने के बाद भी बहुत कुछ बाकी है. इंसान जीवित हैं, लेकिन मानवता नहीं है.
विकास का कोई अंत नहीं
मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कहा कि इंसान जब महामानव बनने की महत्वाकांक्षा रखते हैं, वे यहीं नहीं रुकते, तब उन्हें भगवान बनने का मन होता है. जब वे भगवान बन जाते हैं, तो वे सर्वशक्तिमान भगवान बनना चाहते हैं, लेकिन सर्वशक्तिमान भगवान हर जगह बिना किसी आकार के हैं, कोई नहीं जानता कि उनसे बड़ा कोई है या नहीं. इसी तरह विकास का भी कोई अंत नहीं है.
कोरोना के वक्त दिखी भारत की ताकत
मोहन भागवत ने कहा कि 33 करोड़ देवी और देवता हैं. इस देश में 3800 भाषा और बोली है, लेकिन खान पान रीति रिवाज अलग है और स्वभाव भी अलग है. बावजूद इसके भारत के लोग एक हैं. उन्होंने कहा कि यह सब यानी भारत जैसा विदेश में देखने को नहीं मिलता है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के वक्त पूरी दुनिया ने भारत की ताकत को देखा.