UP Politics : राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं के बीच अखिलेश यादव ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि न संगठन बड़ा होता है, न ही सरकार. सबसे बड़ा होता जनता का कल्याण.
19 July, 2024
UP Politics : उत्तर प्रदेश में सियासी के घमासान के बीच समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के बीच जुबानी जंग चरम पहुंच गई है. दरअसल, अखिलेश यादव ने डिप्टी सीएम मौर्य पर तंज कसा और कहा कि न संगठन बड़ा होता है, न सरकार. सबसे बड़ा होता, जनता का कल्याण.
‘लोकतंत्र में सर्वोपरि जनता की सेवा’
अखिलेश ने आगे कहा कि संगठन और सरकार तो बस साधन होते हैं. लोकतंत्र में साध्य तो जनसेवा ही होती है. जो साधन की श्रेष्ठता के झगड़े में उलझे हैं, वो सत्ता और पद के भोग के लालच में हैं, उन्हें जनता की कोई परवाह ही नहीं है. भाजपाई सत्तान्मुखी है, सेवान्मुखी नहीं! इससे पहले यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा था कि मॉनसून ऑफर है. 100 लाओ, सरकार बनाओ!
2027 में 47 पर समेटेगी जनता
अखिलेश के बयान पर पलटवार करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मॉनसून ऑफर को 2027 में 47 पर जनता और कार्यकर्ता फिर समेटेंगे. एक डूबता जहाज़ और समाप्त होने वाला दल जिसका वर्तमान और भविष्य खतरे में है. वह मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख सकता है, लेकिन पूर्ण नहीं हो सकता है.
अखिलेश बोले- लौट के घर बुद्धू आए
राजनीतिक गलियारे में कई तरह की चर्चाओं के बीच दिल्ली से केशव प्रसाद मौर्य के लखनऊ लौटने पर अखिलेश यादव ने एक्स पर तंज कसा था. उन्होंने कहा था कि लौट के घर बुद्धू आए. इस पर मौर्य ने भी पलटवार करते हुए उन्हें ‘सपा बहादुर’ की संज्ञा दी थी.
यह भी पढ़ें- Microsoft Outage से दुनियाभर में बढ़ी परेशानी, जानें भारत में कितना पड़ा प्रभाव