06 जनवरी 2024
शिवसेना (उद्धव गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे का कहना है वह और उनकी पार्टी के नेता 22 जनवरी 2024 को शाम साढ़े छह बजे कालाराम मंदिर के दर्शन करेंगे। साथ ही शाम साढ़े सात बजे गोदावरी नदी के किनारे पर महा आरती करेंगे।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब भी मेरा मन करेगा तो वह अयोध्या जाएंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर का अभिषेक गौरव और आत्म-सम्मान का विषय है।
दरअसल, उद्धव ठाकरे को 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अभी तक न्योता नहीं मिला है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि कालाराम मंदिर को लेकर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर और समाज सुधारक साने गुरुजी को विरोध प्रदर्शन करना पड़ा था। आपको बता दें कि डॉ. आंबेडकर ने 1930 में कालाराम मंदिर में दलितों के प्रवेश की मांग करते हुए मंदिर परिसर में प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।
ठाकरे ने यह भी कहा कि 23 जनवरी को उनके पिता और शिवसेना संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की जयंती पर पार्टी नासिक में एक रैली करेगी।
उद्धव ठाकरे ने पिछले दिनों कहा था मुझे अभी तक कोई निमंत्रण नहीं मिला है और मुझे अयोध्या जाने के लिए किसी निमंत्रण की जरूरत नहीं है, कि राम लल्ला सभी के हैं। जब भी मेरा मन होगा तो मैं जाऊंगा। उन्होंने कहा था कि शिवसेना ने राम मंदिर आंदोलन में काफी योगदान दिया था। गौरतलब है कि नासिक के पंचवटी इलाके में स्थित कालाराम मंदिर भगवान राम को समर्पित है। काले रंग के पत्थर से बनी भगवान राम की मूर्ति के कारण उन्हें यह नाम मिला है। माना जाता है कि भगवान राम वनवास के दौरान अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ पंचवटी में रहे थे।
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