Earth Observation Satellite-8 : पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-8 की लॉन्चिंग ISRO स्वतंत्रता दिवस के मौके पर श्रीहरिकोटा से कर सकता है. इसकी लॉन्चिंग से माइक्रोसैटेलाइट के साथ पेलोड उपकरणों का निर्माण करना आसान होगा.
06 August, 2024
Earth Observation Satellite-8 : पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-8 (EOS-8) को भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 15 अगस्त को लॉन्च कर सकता है. सू्त्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, ईओएस-8 को लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (SSLV)-डी3 प्रक्षेपित किया जाएगा. वहीं, सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा. ISRO ने अपने एक बयान में कहा कि ईओएस-08 का उद्देश्य माइक्रोसैटेलाइट का डिजाइन और विकास करना है. साथ ही माइक्रोसैटेलाइट के साथ पेलोड उपकरणों का निर्माण करना और भविष्य के लिए आवश्यक नई टेक्नोलॉजी को साथ में लाने का है.
कई आपदाओं पर रखेगा निगरानी
माइक्रोसैट/IMS-1 बस पर निर्मित, EOS-08 तीन पेलोड ले जाता है, जिसमें मुख्य रूप से इलेक्ट्रो ऑप्टिकल इन्फ्रारेड पेलोड (EOIR), ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम-रिफ्लेक्टोमेट्री पेलोड (GNSS-R), और SiC UV डोसिमीटर शामिल है. इसका कार्य आपदा निगरानी, पर्यावरण निगरानी, अग्नि पता लगाने, ज्वालामुखी गतिविधि अवलोकन तथा औद्योगिक एवं विद्युत संयंत्र आपदा निगरानी के लिए है, दिन और रात दोनों समय मिड-वेव आईआर (MIR) और लॉन्ग-वेव आईआर (LWIR) बैंड में चित्र लेने के लिए डिजाइन किया गया है.
हिमालयी क्षेत्र में क्रायोस्फेयर का होगा अध्ययन
GNSS-R Payload समुद्री सतह वायु विश्लेषण, मृदा नमी आकलन, हिमालयी क्षेत्र में क्रायोस्फेयर अध्ययन, बाढ़ का पता लगाने और अंतर्देशीय जल निकायों का पता लगाने के लिए जीएनएसएस-आर-आधारित रिमोट सेंसिंग का उपयोग करने की क्षमता रखता है. SiC UV डोसिमीटर गगनयान मिशन में क्रू मॉड्यूल के व्यूपोर्ट पर UV विकिरण की निगरानी करता है और गामा विकिरण के लिए हाई डोज अलार्म सेंसर के रूप में कार्य करता है. अंतरिक्ष यान का मिशन का जीवन एक साल का है.
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