Hindenburg Research : शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की ताजा रिपोर्ट पर SEBI चेयरमैन और अडानी ग्रुप के बाद BJP ने हमला बोला है.
11 August, 2024
Hindenburg Research : हिंडनबर्ग ने एक और रिपोर्ट जारी कर भारतीय राजनीतिक में सनसनी मचा दी है. इसमें आरोप लगाया गया है कि अडानी ग्रुप के कथित स्कैंडल में SEBI चेयरमैन की भी भूमिका है. हिडनबर्ग ने रिपोर्ट में दावा किया है कि व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों से जानकारी हासिल हुई है कि SEBI चेयरमैन माधबी बुच और उनके पति धवल बुच ने 5 जून, 2015 को सिंगापुर के आईपीई प्लस फंड-1 के साथ अपना खाता खोला. इसके बाद उन्होंने 10 मिलियन डॉलर का निवेश किया. ऑफशोर मॉरीशस फंड को इंडिया इंफोलाइन के मदद से अडानी ग्रुप के एक निदेशक ने स्थापित किया था. इन आरोपों पर SEBI चेयरमैन माधबी बुच और पति धवल बुच अपनी सफाई में निराधार और तथ्यहीन बताया है.
सुधांशु त्रिवेदी ने किया BBC की डॉक्यूमेंट्री का जिक्र
वहीं, इस पर अडानी ग्रुप की सफाई आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी का हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर कहना है कि पिछले कुछ सालों के दौरान जब भी संसद सत्र शुरू होता है तो कोई विदेशी रिपोर्ट जारी कर दी जाती है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि संसद सत्र से ठीक पहले BBC की डॉक्यूमेंट्री जारी की गई थी. इसी तरह संसद सत्र से ठीक पहले जनवरी में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जारी की गई थी.
पूछा यह सब संसद सत्र के दौरान ही क्यों होता है?
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि यह सब घटनाक्रम संसद सत्र के दौरान होता है. उन्होंने आरोप लगाया कि कि विपक्ष के विदेश से ऐसे संबंध हैं कि वे भारत के हर संसद सत्र के दौरान अस्थिरता और अराजकता पैदा करते हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष भ्रम फैलाकर भारत में आर्थिक अराजकता पैदा करना चाहता है. अब वे सेबी पर हमला कर रहे हैं. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस पिछले 30-40 सालों से हमेशा विदेशी कंपनियों के साथ क्यों खड़ी रहती है? यूनियन कार्बाइड के साथ क्यों खड़ी रहती है?