Shahrukh Khan: बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की फिल्मों की तरह उनकी सोच भी जरा हटके है. बाकी लोगों की तरह उन्हें संतुष्ट नहीं बल्कि असंतुष्ट रहना पसंद है.
12 August, 2024
Shahrukh Khan: शाहरुख खान (Shahrukh Khan) को ऐसे ही बॉलीवुड का किंग नहीं कहते. उन्होंने अपने करियर में ‘बाजीगर’, ‘कभी खुशी कभी गम’, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, ‘डर’ और ‘कल हो ना हो’ जैसी कई बड़ी हिट फिल्में दी हैं. हिट फिल्मों के अलावा शाहरुख की कई बातें उन्हें सबसे अलग बनाती हैं. आपको हैरानी होगी यह जानकर कि शाहरुख को असंतुष्ट रहना पसंद है. उनका कहना है कि कुछ हासिल करने के लिए क्रिएटिव लोगों को असंतुष्ट होने की जरूरत है. इतना ही नहीं किंग खान ने तो यंग लोगों को आराम से परहेज करने की सलाह तक दे डाली.
‘मैं कभी संतुष्ट नहीं रहता’
शाहरुख स्विट्जरलैंड में लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल के 77वें संस्करण में पार्डो अल्ला कैरिएरा पुरस्कार-लोकार्नो टूरिज्म से सम्मानित होने वाली पहली इंडियन फिल्म पर्सनालिटी बने. वहीं, रविवार को समारोह में शाहरुख ने कहा कि ‘संतोष को जरूरत से ज्यादा महत्व दिया गया है. आपको हमेशा खुद से सवाल करते रहने की जरूरत है. इसका मतलब यह नहीं है कि आप परेशान रहें. बस एक क्रिएटिव इंसान की तरह आपको हमेशा असंतुष्ट रहने की जरूरत है. यही वजह है कि मैं कभी संतुष्ट नहीं होता. मुझे नहीं लगता मैंने कुछ भी हासिल किया है. मैं सोचता हूं कि क्या मैं कल कुछ नया कर सकता हूं? मैं सभी युवाओं से कहूंगा, कृपया अपनी उपलब्धियों पर आराम न करें.’
17 अगस्त को खत्म होगा फेस्टिवल
वहीं, इस बीच शाहरुख खान ने कहा कि लोकार्नो के करियर लेपर्ड पुरस्कार से सम्मानित होना उनके लिए सम्मान की बात है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘या तो मुझे स्विस नागरिकता दो या मुझे रोजर फेडरर (टेनिस आइकन) से मिलवाओ.’ लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल 17 अगस्त को खत्म होगा. आपको बता दें कि शाहरुख खान की ‘डर’ और ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ जैसी हिट फिल्मों की शूटिंग स्विट्जरलैंड में ही हुई है. पिछले साल शाहरुख की बैक-टू-बैक 3 फिल्में रिलीज हुईं, ‘पठान’, ‘जवान’ और ‘डंकी’. इन फिल्मों से लगभग 5 साल के बाद किंग खान ने बड़े पर्दे पर धमाकेदार वापसी की थी.
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