Jammu-Kashmir: पाकिस्तान ने कहा कि भारत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pakistan Occupied Kashmir) पर अपना हक जमाने की कोशिश कर रहा है.
Jammu-Kashmir: कैमरून की राजधानी याउंडे में इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) 50वें सत्र की बैठक हुई. Organisation of Islamic Cooperation की बैठक में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर एक बार फिर से पाकिस्तान का राग अलापा है. बैठक में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश सचिव मुहम्मद सिरस सज्जाद काजी ने किया. उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pakistan Occupied Kashmir) पर अपना हक जमाने की कोशिश कर रहा है. भारत इसे लेकर पाकिस्तान में भय का माहौल बना रहा है.
‘धमकी और भय का माहौल बना रहा है भारत’
दरअसल, 29 अगस्त को OIC महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में सऊदी अरब, तुर्की, नाइजर, अजरबैजान और अफगानिस्तान समेत OIC के स्थायी मानवाधिकार आयोग के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इसी बैठक में पाकिस्तान के विदेश सचिव मुहम्मद सिरस सज्जाद काजी ने भारत के खिलाफ जहर उगला. उन्होंने भारत से कब्जे वाले कश्मीर में सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा करने, गैरकानूनी राजनीतिक दलों पर लगे प्रतिबंधों को हटाने, 5 अगस्त 2019 को हटाए गए धारा 370 और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लागू कराने का आग्रह किया. उन्होंने जम्मू और कश्मीर को लेकर कहा कि भारत कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में अपने कब्जे को मजबूत कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत की ओर से इसके लिए धमकी और भय का माहौल बनाया जा रहा है.
यह भी पढ़ें: PM Modi जाएंगे पाकिस्तान या ठुकराएंगे SCO की बैठक का न्योता?
तालिबान शासन में महिलाओं की स्थिति दयनीय
गौरतलब है कि, अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति दयनीय होती जा रही है, लेकिन पाकिस्तान का इस मामले में मुंह नहीं खुला. अफगानिस्तान में तालिबान शासन महिलाओं के लिए हर दिन कड़े से कड़े शरिया कानून लागू कर रही है. साथ ही उन पर कड़े प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. इस्लामिक संगठन सहयोग के दूत तारिक अली बखित ने गुरुवार को अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से मुलाकात की और अफगानिस्तान में लड़कियों की शिक्षा और महिलाओं के काम करने पर अपने फैसलों की समीक्षा करने का आह्वान किया. इस पर पाकिस्तान की ओर से कोई आधिकारिक बयान अभी तक नहीं जारी किया गया है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर पर राग अलापने वाले OIC के देश तालिबान को मान्यता नहीं देते हैं. तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मोत्ताकी को OIC के विदेश मंत्रियों की बैठक के उद्घाटन की आधिकारिक तस्वीर में शामिल होने की भी अनुमति नहीं दी गई.