Statue of Unity : दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’के लिए सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि प्रतिमा में दरारें दिखने लगी हैं और यह कभी भी गिर सकती है.
10 September, 2024
Statue of Unity : कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में मराठा सम्राट शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिर गई थी जिसके बाद राज्य की राजनीति में बवाल कट गया. इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) की तरफ से कहा गया कि
तेज हवा के कारण यह मूर्ति नीचे गिर गई. अभी सम्राट शिवाजी महाराज (Shivaji Maharaj) की मूर्ति का विवाद थमा नहीं की गुजरात के नर्मदा में स्थित दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) की सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है इसमें दरारें दिखाई देने लगी हैं.
यूजर्स ने फोटो किया डिलीट
बता दें कि स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) को श्रद्धांजलि के रूप में नर्मदा जिले के केवड़िया में 182 मीटर ऊंची प्रतिमा बनाई गई है और यह पर्यटकों को काफी आकर्षित भी करती है. वहीं, 8 सितंबर की सुबह करीब 9 बजकर 52 मिनट पर ‘रागा4इंडिया’ एक्स अकाउंट से एक पोस्ट किया गया जिसे फिलहाल यूजर्स ने हटा लिया है. इस पोस्ट में एक पुरानी तस्वीर थी जिसमें कुछ दरारें दिख रही थी और तस्वीर को देखने पर लगा कि यह निर्माण कार्य के दौरान खींची गई होगी. फिलहाल यूजर्स के अकाउंट पर यह फोटो दिख नहीं रहा है क्योंकि डिलीट कर दिया गया है. अधिकारी ने कहा कि जनता में डर और चिंता के लिए कोई बयान, झूठी सूचना, अफवाहों को प्रकाशित या प्रसारित करने से संबधित भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 353 (1) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
डिप्टी कलेक्टर ने दर्ज करवाई शिकायत
बताया जा रहा है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एरिया डेवलपमेंट एंड टूरिज्म गवर्नेंस अथॉरिटी के यूनिट-1 के डिप्टी कलेक्टर अभिषेक रंजन सिन्हा की शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया. पोस्ट में एक निर्माणाधीन कार्य के दौरान की एक पुरानी तस्वीर भी लगाई गई थी जिसमें दावा किया गया कि प्रतिमा में दरार पड़ने लगी है और यह जल्द गिर जाएगी. लेकिन यह खबर गलत निकली और डिप्टी कलेक्टर ने झूठी खबरें फैलाने और शांति भंग करने की कोशिश को लेकर कंप्लेंट की है. आपको बताते चलें कि अक्टूबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस प्रतिमा का उद्घायन किया था और उसके बाद इस विशाल प्रतिमा को देखने के लिए एक पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी थी.
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