जानिए कौन थे संत तुकाराम? जो बने विष्णु के परम भक्त.

संत तुकाराम का जन्म पुणे के देहू गांव में वर्ष 1598 में हुआ था और वह 17वीं शताब्दी के प्रभावशाली संत और कवि में से एक थे.

संत तुकाराम

तुकाराम के पिता का नाम बोल्होबा और माता का नाम कनकाई था.

माता का नाम कनकाई

संत तुकाराम की विष्णु के परम भक्त थे और वैष्णव धर्म में उनकी आस्था थी.

विष्णु के परम भक्त

तुकाराम को महाराष्ट्र की वरकरी समुदाय के लोग बहुत मानते हैं और उन्होंने उनकी याद में एक विशाल मंदिर बनाया जिसका लोकार्पण PM मोदी ने किया.

वरकरी समुदाय

बता दें कि 1630 में देश में अकाल पड़ने के बाद तुकाराम की पहली पत्नी की मृत्यु हो गई थी,  इस दुख का असर उनकी अभंग भक्ति पद पर दिखा.

अभंग भक्ति

पहली पत्नी की मृत्यु के बाद जीजाबाई से दूसरी शादी की थी. लेकिन दूसरा विवाह भी अंतर्कलह होने के बाद वह भी सफल नहीं हो पाया.

जीजाबाई से की दूसरी शादी 

घरेलू मामला ठीक नहीं होने के कारण तुकाराम घर छोड़कर निकल गए और नारायणी नदी के उत्तर में स्थित मानतीर्थ पर्वत पर जाकर भजन-कीर्तन करने लगे.

भजन-कीर्तन