Bhagwant Mann: पंजाब के सीएम भगवंत मान की स्वास्थ्य जांच के दौरान बैक्टीरियल इनफेक्शन लेप्टोस्पायरोसिस का पता चला. वह मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती हैं और इलाज जारी है.
Bhagwant Mann: पंजाब में सत्तासीन आम आदमी पार्टी के मुखिया सीएम भगवंत मान को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. वह लेप्टोस्पायरोसिस से पीड़ित पाए गए हैं, जिसके बाद उनका इलाज किया जा रहा है. शनिवार को ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को बैक्टीरियल इनफेक्शन लेप्टोस्पायरोसिस का पता चला, जिसके बाद इलाज की कड़ी में उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में एंटीबायोटिक्स दी जा रही हैं.
अस्पताल में कराए गए भर्ती
मुख्यमंत्री भगवंत मान को नियमित जांच के लिए बुधवार को फोर्टिस अस्पताल मोहाली में भर्ती कराया गया था. स्वास्थ्य जांच के दौरान बैक्टीरियल इनफेक्शन लेप्टोस्पायरोसिस का पता चला. अब अस्पताल की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन में जानकारी दी गई है कि इस समय मुख्यमंत्री भगवंत मान के सभी अंग पूरी तरह से ठीक हैं. डॉक्टरों का कहना है कि भर्ती के समय आशंका थी कि उन्हें ट्रॉपिकल फीवर हो सकता है. अब जांच में लेप्टोस्पायरोसिस के लिए उनका ब्लड टेस्ट पॉजिटिव आया है.
दी जा रहीं एंटीबायोटिक्स
वहीं, हेल्थ बुलेटिन में कहा गया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को पहले ही एंटीबायोटिक्स दी जा चुकी हैं और लगातार उनकी तबीयत में सुधार दिख रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि स्वास्थ्य में सुधार हुआ तो उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी. वहीं, डॉक्टरों की कहना है कि कमजोरी आने के चलते सामान्य होने में थोड़ा समय लग सकता है.
कैसे चपेट में आते हैं लोग
गौरतलब है कि लेप्टोस्पायरोसिस एक जीवाणु रोग है. डॉक्टरों की मानें तो लेप्टोस्पायरोसिस बारिश के मौसम में अधिक होता है. लेप्टोस्पायरोसिस गंदे पानी के संपर्क में आने और जानवरों के मलमूत्र के निकट संपर्क में आने से होता है. ध्यान नहीं देने पर यह समस्या गंभीर रूप धारण कर लेती है. विशेषज्ञ डॉक्टरों की मानें तो इस रोग में बैक्टीरिया दूषित भोजन और पानी के जरिये शरीर में प्रवेश करते हैं जो आंत में पहुंचने के बाद खून में फैलकर संक्रमण का कारण बनते हैं.
लक्षण और इलाज
वहीं लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षणों की बात करें तो इसकी चपेट में आने के बाद बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द और हड्डियों में दर्द की शिकायत रहती है. बुखार कभी-कभी अधिक परेशान करता, जिससे लोग कमजोरी महसूस करते हैं. हालात अधिक बिगड़ने पर पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ जाती है.
यह भी पढ़ें : Maharashtra में कब होंगे Assembly Election, CEC राजीव कुमार ने दे दिया अपडेट