S. Jaishankar Pakistan Visit: पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अक्टूबर में होने वाली SCO (Shanghai Cooperation Organisation) की काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट की बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था.
S. Jaishankar Pakistan Visit: पाकिस्तान से बहुत बड़ी जानकारी सामने आई है. भारत के विदेश मंत्री (Minister of External Affairs of India) डॉ. एस जयशंकर पाकिस्तान जाएंगे. दरअसल, पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) को अक्टूबर में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation) की काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट की बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था.
अब भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान जाएंगे. बता दें कि इससे पहले दिसंबर 2015 में भारत की तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने पाकिस्तान का दौरा किया था.
15-16 अक्टूबर को आयोजित होगी CHG बैठक
बता दें कि इस्लामाबाद (Islamabad) में 15-16 अक्टूबर को पाकिस्तान SCO की अध्यक्षता करेगा. इसे लेकर पाकिस्तान की ओर से जानकारी दी गई थी कि 15-16 अक्टूबर को होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए देशों के राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण भेजा गया है. इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) को भी निमंत्रण भेजा गया है.
अब भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने बताया कि भारत के विदेश मंत्री जयशंकर 15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में होने वाले SCO शिखर सम्मेलन के लिए पाकिस्तान में एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. इससे पहले पिछले साल किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक ने SCO की CHG (Council of Heads of Government) बैठक हुई थी. इस बैठक में भारत की और से विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ही शामिल हुए थे.
भारत-पाक के बीच जम्मू-कश्मीर को लेकर बढ़ा तनाव
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आखिरी बार साल 2015 में अचानक लाहौर का किया था और तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की थी. इसके बाद दिसंबर 2015 में भारत की तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी पाकिस्तान का दौरा किया था. सुषमा स्वराज के बाद भारत के किसी भी प्रधानमंत्री या मंत्री ने पाकिस्तान की आधिकारिक यात्रा अभी तक नहीं की है. गौरतलब है कि इस्लामाबाद और नई दिल्ली के बीच तनावपूर्ण संबंधों का एक लंबा इतिहास रहा है.
तनावपूर्ण संबंधों का मुख्य कारण कश्मीर मुद्दा और सीमा पार से आने वाले आतंकी हैं. भारत यह कहता रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है और इस बात पर जोर देता है कि आतंक और शत्रुता से मुक्त माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है. वहीं साल 2019 में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया. तब से दोनों देशों के बीच किसी भी तरह की हाई-लेवल बैठक नहीं हुई है.
बिलावल भुट्टो जरदारी ने किया था भारत का दौरा
इससे पहले भारत ने पिछले साल SCO शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी. इसे वर्चुअल मोड के जरिए आयोजित किया गया था. इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया. हालांकि, साल 2023 में हुए SCO के विदेश मंत्रियों की परिषद की दो दिवसीय बैठक में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी गोवा पहुंचे थे.
लगभग 12 वर्षों में भारत का दौरा करने वाले पहले वह पाकिस्तान के विदेश मंत्री बने थे. बता दें कि भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान से मिलकर बना SCO एक आर्थिक और सुरक्षा ब्लॉक है, जो सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में सामने आया है. इस बार भी इस्लामाबाद में शिखर बैठक से पहले मंत्रिस्तरीय की कई दौर की बैठकें होंगी. इसमें वित्तीय, आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और सहयोग पर चर्चा होगी.