Khalistani Attack on Canada Hindu Temple: इस पूरे मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि मैं इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं.
Khalistani Attack on Canada Hindu Temple: कनाडा में एक बार फिर से खालिस्तान का समर्थकों ने हिंदू समुदाय को निशाना बनाया है. खालिस्तान का समर्थन करने प्रदर्शनकारियों ने रविवार को हिंदू सभा मंदिर के बाहर जमकर हंगामा किया.
इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने हिंदुओं पर खालिस्तान का झंडों से हमला किया और लोगों को अपशब्द भी कहें. इस पूरे मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी बयान सामने आया है.
उन्होंने कहा है कि मैं इस जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. ऐसी हरकतें भारत के संकल्प को कमजोर नहीं कर सकेंगी.
Khalistani: पीएम मोदी ने की निंदा
कनाडा के कनाडा के ब्रैम्पटन में स्थित हिंदू सभा मंदिर में रविवार (3 नवंबर) को हुए हमले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपने X हैंडल पर पोस्ट कर कड़ी निंदा की.
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि मैं कनाडा स्थिथ एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. उन्होंने आगे कहा कि हमारे कनाडा में मौजूद राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी इस हमले जितनी ही भयावह हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कनाडा की जस्टिन ट्रूडो की सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि हिंसा के ऐसे कृत्य कभी भी भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि हम कनाडा की जस्टिन ट्रूडो की सरकार से हमले को लेकर न्याय सुनिश्चित करने और कानून के शासन को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं.
इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी बयान जारी कर विरोध जताया था. उन्होंने अपने X पर किए एक पोस्ट में कहा था कि हम कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं.
यह भी पढ़ें: जानें क्यों कनाडा में बढ़ रहे हैं हिंदुओं पर हमले, खालिस्तान समर्थकों को क्यों मिल रही छूट
विदेश मंत्रालय ने भी लगाई फटकार
रणधीर जायसवाल ने यह भी कहा कि हम कांसुलर अधिकारियों को दी जा रही धमकी, उत्पीड़न और हिंसा से डरते नहीं हैं.
बता दें कि कनाडा के ब्रैम्पटन में स्थित हिंदू सभा मंदिर में प्रदर्शनकारियों ने मंदिर में आए हिंदू समुदाय के लोगों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया.
प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में खालिस्तान का झंडा पकड़ रखा था. हमला करते हुए प्रदर्शनकारियों ने हिंदू समुदाय के लोगों अपशब्द भी कहें.
दावा यहां तक किया जा रहा है कि हमले की सूचना पाकर मौके पर पहुंची कनाडाई पुलिस ने खालिस्तान का समर्थन करने प्रदर्शनकारियों को रोकने के बजाय हिंदू समुदाय के लोगों के साथ ही मारपीट की.
कनाडा के हिंदू सभा मंदिर में हुए इस हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. हमले पर ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग ने एक कड़ा बयान जारी कर भारत विरोधी और खालिस्तान का समर्थन करने वाले हमलावरों की कड़ी निंदा की.
उच्चायोग ने कहा कि वह इस हमले को लेकर चिंता में है. उच्चायोग ने इस मामले पर कार्रवाई करने की मांग की है.
यह भी पढ़ें: Pakistan: लाहौर में क्यों खिड़की-दरवाजे बंद करने को मजबूर लोग ? 7 दिन तक स्कूल भी नहीं खुलेंगे