01 February 2024
विपक्षी दलों ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पेश किए गए अंतरिम बजट को निराशाजनक बताया। विपक्ष ने सरकार के बजट को ‘विदाई बजट’ करार दिया। सरकार पर बजट को लेकर निशाने साधते हुए विपक्ष ने कहा कि इसमें देश की आम जनता के लिए कुछ भी नहीं है। महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों का सरकार के बजट में कोई जिक्र नही है।
कांग्रेस ने कहा अमीरों की, अमीरों द्वारा अमीरों के लिए सरकार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा, ‘‘बजट भाषण बहुत छोटा और निराशाजनक था। इसमें बयानबाजी बहुत ज्यादा थी। कई मुद्दों को छुआ तक नहीं गया। बेरोज़गारी जैसे मुद्दे का कोई जिक्र नहीं किया गया”। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार अपनी नाकामी को भी कामयाबी के तौर पर पेश कर रही है। आम भारतीय मतदाता से पूछिए कि सरकार की नीतियों से उसकी जेब को क्या मिला, तो इसका जवाब मिल जाएगा कि देश का आम आदमी क्या सोचता है”।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर ‘अमीरों की, अमीरों द्वारा और अमीरों के लिए सरकार होने’ का आरोप लगाया। उन्होनें कहा कि अंतरिम बजट में बेरोजगारी और कई महत्वपूर्ण मुद्दों का जिक्र नहीं किया गया है। उन्होंने ये भी कहा कि यूपीए की सरकार में औसत विकास दर 7.5 फीसदी थी, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में औसत विकास दर 6 फीसदी से भी कम रही है।
चिदंबरम ने कहा, ‘‘पिछले 5-10 सालों में भारत कैसे आगे बढ़ा है, पिछले 3 दिनों में इस बारे में सरकार की तरफ से बड़े बड़े दावे किए गए है। माननीय राष्ट्रपति के संबोधन से पहले वित्त मंत्रालय ने 63 पन्नों का लघु आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया और आज माननीय वित्त मंत्री ने अंतरिम बजट पर भाषण दिया। इस तरह आंकड़े तीन दिनों में तीन बार सामने आए हैं। हर एक आंकड़े को अर्थशास्त्रियों और क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा चुनौती दी गई है।’’
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘वित्त मंत्री को बताना चाहिए कि आखिर अच्छे दिन किसके लिये आए हैं? आंकड़ों के मुताबिक शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण पर वित्त मंत्री द्वारा आवंटित राशि से कम पैसा खर्च किया गया”।
सपा ने बताया विदाई बजट
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पेश किए गए अंतरिम बजट को बीजेपी का ‘विदाई बजट’ करार दिया। अखिलेश ने ‘एक्स’ पर लिखा कि, “कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है”।
शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल का वार
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नरेन्द्र मोदी सरकार का “आखिरी” बजट पेश किया है।
शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने दावा किया कि इस बजट में कुछ नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देना पड़ रहा है, तो करोड़ों लोग गरीबी रेखा से ऊपर कैसे आए? सरकार की बातों में कई अपवाद है। सरकार ने अपनी पीठ थपथपाई है, लेकिन यह बजट जमीनी वास्तविकताओं से दूर है”।
गोवा के आप नेता ने बजट को बताया चुनावी भाषण
आम आदमी पार्टी की गोवा इकाई के प्रमुख अमित पालेकर ने कहा कि बजट ‘चुनावी भाषण’ के सिवा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने बढ़ते विदेशी निवेश का जिक्र तो किया, लेकिन उन्होंने डॉलर की तुलना में रुपये के अवमूल्यन के बारे में एक भी शब्द नहीं बोला। पालेकर ने कहा, ‘‘यह लोकप्रिय भाषण जैसा ज्यादा है। ये चुनावी भाषण जैसा है। उसमें कुछ भी ठोस नहीं है। उसमें कोई ठोस आंकड़ा नहीं है”। उन्होंने कहा, ‘‘ उन्हें अर्थव्यवस्था को ऊंचा उठाने के लिए ठोस प्रस्तावों के साथ सामने आना चाहिए था। ये औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिए भी अनुकूल होता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ”। पालेकर ने कहा कि बजट ने मध्यवर्ग के लोगों को कुछ नहीं दिया और उद्योगों को भी कोई आस नहीं दी।
आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अगले वित्त वर्ष के लिए सुधारों को आगे बढ़ाने वाला अंतरिम बजट पेश किया, जिसमें लोकलुभावन घोषणाओं से परहेज़ किया गया है।