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कोकोनट ऑयल फेस को ग्लोइंग बनाने का काम करता है। इसमें मॉइश्चराइजिंग गुण होते हैं जो स्किन को डीप नरिश बनाए रखते हैं। हालांकि, कोकोनट ऑयल हर किसी की स्किन को सूट नहीं करता। चेहरे पर अप्लाई करने से पहले आपको अपनी स्किन टाइप का पता होना आवश्यक है। नहीं तो स्किन पर पिंपल्स, डार्कनेस और ड्रायनेस जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। जानते हैं चेहरे पर कोकोनट ऑयल लगाने के नुकसान और अप्लाई करने का सही तरीका…
साइड इफेक्ट
- कोकोनट ऑयल को चेहरे पर अप्लाई करने से पहले स्किन टाइप पता लगाएं, नहीं तो स्किन को नुकसान हो सकता है। ऐसे में कोकोनट ऑयल को फेस पर सीधे लगाने से बचें। इसके लिए बेहतर होगा कि आप इसे एलोवेरा जेल में मिलाकर लगाएं। वहीं इसको रात में लगाकर सोने से भी बचें।
- अगर कोकोनट ऑयल को मेकअप रिमूवर की तरह इस्तेमाल करती हैं तो इससे स्किन पोर्स बंद हो सकते हैं जिससे पिंपल्स और एक्ने की समस्या हो सकती है।
- जिन लोगों की स्किन सेंसिटिव और ऑयली होती है उनको कोकोनट ऑयल को चेहरे पर लगाने से बचना चाहिए। इससे स्किन में तेल की मात्रा बढ़ने लगती है जिससे पस वाले पिंपल्स निकल सकते हैं। साथ ही रंगत भी दबने लगती है।
ऐसे लगाएं कोकोनट ऑयल
- अगर आप एजिंग को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो कोकोनट ऑयल में थोड़ा सा हनी मिलाएं और चेहरे की मसाज करें। फिर 15-20 मिनट तक लगाकर छोड़ दें और साधारण पानी से वॉश कर लें। अगर आप इस नुस्खे को हफ्ते में 2-3 बार उपयोग करेंगे तो स्किन पर मौजूद रिंकल्स और फाइनलाइन्स कम होते हैं। साथ ही चेहरा हेल्दी और ग्लोइंग नजर आता है।
- फेस की झुर्रियों को कम करने के लिए कोकोनट ऑयल में कैस्टर ऑयल मिक्स करके लगाएं। कैस्टर ऑयल कोलेजन को बढ़ता है जिससे एजिंग साइन्स कम होते हैं।
Disclaimer: ये खबर सिर्फ आपको जागरूक करने के लिए लिखी गई है। इसके लिए घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारी की मदद ली गई है। अपनी स्किन और सेहत के लिए कोई नुस्खा आजमाने से पहले कृप्या डॉक्टर्स की सलाह लें।