Dispute In Royal Family Of Bikaner: यह पूरा मामला राजघराने के ट्रस्ट और अरबों की संपत्ति की संपत्ति से जुड़ा हुआ है, जिसे लेकर लंबे समय से विवाद जारी है.
Dispute In Royal Family Of Bikaner: उदयपुर के पूर्व राजघराने के विवाद अभी थमा ही था कि कुछ ऐसा ही मामला बीकानेर के पूर्व राजघराने से सामने आ गया है. बीकानेर के पूर्व राजघराने का विवाद इतना बढ़ गया कि पूरा मामला थाने तक पहुंच गया.
इस मामले में BJP यानी भारतीय जनता पार्टी की विधायक सिद्धि कुमारी का नाम भी शामिल है. पूर्व राजपरिवार के आखिरी महाराजा करणी सिंह की पोती सिद्धि कुमारी ने अपनी ही बुआ राज्यश्री कुमारी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया है.
वहीं, BJP विधायक के खिलाफ लक्ष्मी निवास पैलेस में होटल चलाने वाली फर्म ने भी कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज कराया है. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है.
एक साल पहले भी देखने को मिला था विवाद
दरअसल, यह पूरा मामला राजघराने के ट्रस्ट और अरबों की संपत्ति की संपत्ति से जुड़ा हुआ है. इसी संपत्ति को लेकर महाराजा करणी सिंह की बेटी और अंतरराष्ट्रीय शूटर राज्यश्री कुमारी और करणी सिंह के बेटे नरेंद्र सिंह की बेटी सिद्धि कुमारी के काफी लंबे समय से विवाद देखने को मिल रहा है.
दोनों ही पक्ष संपत्ति के ट्रस्ट पर अपना-अपना अधिकार जताते रहे हैं. ऐसे में एक साल पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था. इस दौरान सिद्धि कुमारी अपनी बुआ राज्यश्री के खिलाफ धोखाधड़ी और गलत तथ्यों को लेकर 3 लोगों पर FIR दर्ज कराई थी.
बता दें कि महाराजा करणी सिंह ने अपने समय में कुछ ट्रस्ट गठित किए थे और कुछ ट्रस्ट का गठन उनके निधन के बाद किया गया. कुल ट्रस्टों की संख्या पांच हैं, जिसमें करणी सिंह फाउंडेशन, महाराजा राय सिंह ट्रस्ट, महाराजा गंगा सिंह ट्रस्ट, महारानी सुशीला कुमारी और करणी चैरिटेबल ट्रस्ट शामिल हैं.
पहले इन सभी ट्रस्टों की देखरेख करणी सिंह की बेटी राज्यश्री कुमारी कर रही थी. बाद में करणी सिंह की पत्नी यानी राजमाता सुशीला कुमारी के निधन के बाद पहली बार विवाद की शुरुआत हुई थी.
यह भी पढ़ें: टॉप लीडर्स का सफाया या US का दबाव, जानें क्यों लड़ाई खत्म करने के लिए मान गया हिज्बुल्लाह
देवस्थान विभाग के आदेश से बढ़ा विवाद
बुआ राज्यश्री और भतीजी सिद्धि कुमारी के बीच के जारी विवाद को देवस्थान विभाग के उदयपुर मुख्यालय के एक आदेश ने कुछ ज्यादा ही हवा दे दिया. दरअसल, आदेश के मुताबिक सिद्धि कुमारी को ट्रस्ट का अधिकार दे दिया.
इस पर राज्यश्री ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. वहीं, पांच ट्रस्ट का अधिकार मिलने के बाद सिद्धि कुमारी ने ट्रस्ट की कार्यप्रणाली को ही चेंज कर दिया. ऐसे में सभी पांचों ट्रस्ट को लेकर विवाद बढ़ता ही गया. दोनों ही पक्ष पांचों ट्रस्ट पर अपने-अपने दावे कर रहे हैं.
बता दें कि गंगा सिंह ट्रस्ट में लालगढ़ पैलेस और लक्ष्मी निवास पैलेस को रखा गया है. दोनों में 5 स्टार होटल चल रहे हैं और दोनों की कीमत अरबों रुपये में है. अब ताजा मामले में सिद्धि कुमारी ने बुआ पर आरोप लगाया है कि राज्यश्री ने चार ट्रस्टों के दस्तावेज रख लिए हैं.
बीकानेर के पुलिस अधिकारी के मुताबिक ट्रस्ट के अध्यक्ष ने दस्तावेजों के गायब होने का आरोप लगाया है. इसके अलावा लक्ष्मी विलास पैलेस होटल चलाने वाली कंपनी ने BJP विधायक के खिलाफ आरोप लगाया है कि उन्होंने चार करोड़ रुपये लेने के बावजूद होटल लीज नहीं बढ़ाया है.
यह भी पढ़ें: Maharashtra: एकनाथ शिंदे का सरेंडर! सीएम की रेस हुए बाहर; जानें अब कौन बनेगा मुख्यमंत्री
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram