12 February 2024
उत्तराखंड के हल्द्वानी में 8 फरवरी को हिंसा फैलाने के मामले में 25 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि 3 दिन पहले हुए दंगे में गिरफ्तार किये गये लोगों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है। वहीं मुख्य आरोपी की तलाश अभी भी जारी है। मामले पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि घटना में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है।
मुस्लिम डेलिगेशन ने किया दौरा
इस बीच दो मुस्लिम संगठनों का एक डेलिगेशन हल्द्वानी पहुंचा और क्षेत्र का दौरा किया। जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने हल्द्वानी में पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों के साथ धर्म के आधार पर अलग-अलग व्यवहार किया जाता है। डेलिगेशन ने पुलिस की रिपोर्ट पर निंदा जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस दरवाजे तोड़कर और घरों में जबरन घुसकर लोगों को गिरफ्तार कर रही है। इसी बीच मौलाना महमूद मदनी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेटर लिखकर हल्द्वानी के हालात पर गहरी चिंता जाहिर की।
दूसरी तरफ देहरादून में उत्तराखंड कांग्रेस का एक डेलिगेशन नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की अगुवाई में मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचा और हल्द्वानी हिंसा मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि कुमाऊं कमिश्नर को घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। राज्य में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
नैनीताल के SSP प्रहलाद मीणा का कहना है कि हिंसा के मामले में अब तक 30 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इनमें से ज्यादातर लोगों की गिरफ्तारी नैनीताल से ही हुई है। इससे पहले इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। SSP ने जानकारी देते हुए कहा कि मुख्य आरोपी की तलाश की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से अवैध हथियार और कारतूस बरामद किये गये हैं। वहीं घटना वाले दिन बनभूलपुरा पुलिस थाने से दंगाईयों से लूटे गए 99 जिंदा कारतूस भी बरामद किये गये हैं।
‘अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा‘
हिंसा के मामले पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि दंगों में शामिल लोगों और असमाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। सभी दंगाइयों को एक-एक कर गिरफ्तार किया जा रहा है। सीएम ने ये भी साफ किया कि प्रदेश में अतिक्रमण के खिलाफ चल रहा अभियान जारी रहेगा। इस अभियान को रोका नहीं जाएगा।
क्या है मामला
बनभूलपुरा में स्थित ‘मलिक का बगीचा’ में अवैध मदरसा और नमाज स्थल को गिराने के दौरान नगर-निगम अमले पर स्थानीय लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया था। इस भीड़ में शामिल असमाजिक तत्वों ने घर की छतों से पथराव किया, पेट्रोल बम फेंके और गाड़ियों में आग लगाई साथ ही बनभूलपुरा पुलिस थाने को भी फूंक दिया था। बिगड़ते हालात को संभालने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया जिसमें 6 लोग मारे गए थे।
हटाया गया कर्फ्यू
हल्द्वानी के बाद नैनीताल की डीएम वंदना सिंह के निर्देश पर प्रशासन ने बनभूलपुरा में भी जरुरी सेवाओं को बहाल कर दिया है। बनभूलपुरा के प्राइमरी हेल्थ सेंटर को शुरू करने के साथ ही मेडिकल स्टोर भी खोलने की परमिशन दी गई है। जिसके बाद लाइन नंबर 17 में रहने वाले डेढ़ साल के बीमार बच्चे मोहम्मद इजहान को अस्पताल ले जाकर इलाज कराया गया और उसके बाद उसे सरकारी गाड़ी से घर तक छोड़ा गया।
वहीं दूसरी तरफ हल्द्वानी में हिंसा को देखते हुए हालात से निपटने के लिए उत्तराखंड सरकार ने केंद्र से और केंद्रीय बलों की मांग की है। अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्रालय से केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 100-100 जवानों वाली चार कंपनियों की मांग की गयी है। जिससे हिंसा ग्रस्त बनभूलपुरा क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को कायम रखा जा सके। बता दें कि बनभूलपुरा में करीब 1000 सुरक्षाकर्मी पहले से ही तैनात हैं।
हल्द्वानी में इंटरनेट शुरू
पुलिस का कहना है कि हल्द्वानी में इंटरनेट सुविधाएं शुरू कर दी गयी हैं। हालांकि, इसके साथ चेतावनी भी जारी की गयी है कि अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर हिंसा भड़काने या कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वाली पोस्ट डालता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।