13 February 2024
कांग्रेस ने किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। किसानों के मार्च के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और ‘‘किलेबंदी’’ को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पीएम मोदी को खुद किसानों से बात कर उन्हें न्याय देना चाहिए।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया और आरोप लगाया कि सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए वादे तोड़ दिए और अब उनकी आवाज पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है।
खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीले और बंदूक़ें… सबका है इंतज़ाम, तानाशाह मोदी सरकार ने किसानों की आवाज़ पर जो लगानी है लगाम!” उन्होंने कहा, “याद है ना “आंदोलनजीवी” व “परजीवी” कहकर किया था बदनाम और 750 किसानों की ली थी जान।”
खरगे ने आरोप लगाया, “10 सालों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने तीन वादे तोड़े हैं — 2022 तक
किसानों की आमदनी दोगुनी, स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक़ लागत और 50 प्रतिशत एमएसपी लागू करना और एमएसपी को क़ानूनी दर्जा।” उन्होंने कहा, “हमारा किसान आंदोलन को पूरा समर्थन है। न डरेंगे, न झुकेंगे!”
जयराम ने बताया किसान विरोधी मानसिकता
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि किसानों को प्रदर्शन करने से रोकना और उन्हें परेशान करना, मोदी सरकार की किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘किसान आंदोलन के लिए कारण स्पष्ट हैं। चाहे वह पूंजीपतियों की मदद के लिए भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन करने की कोशिश हो या तीन काले कृषि कानून लाना रहा हो, इन्होंने हर तरह से किसानों को नुक़सान पहुंचाने की कोशिश की है।’’
सुरजेवाला के सरकार पर आरोप
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘जब भी इतिहास लिखा जाएगा, तब मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल को किसानों के खिलाफ क्रूरता, बर्बरता, दमन और दंशकाल के रूप में जाना जाएगा।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘बीजेपी की केंद्र सरकार और हरियाणा-राजस्थान-उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकारों ने देश की राजधानी दिल्ली को एक ‘पुलिस छावनी’ में तब्दील कर रखा है, जैसे कि किसी दुश्मन ने दिल्ली की सत्ता पर हमला बोल दिया हो।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या देश का अन्नदाता किसान न्याय मांगने देश की राजधानी दिल्ली में नहीं आ सकता? क्या किसान को दिल्ली की परिधि के सौ किलोमीटर तक भी आने की आजादी नहीं है? क्या सरकार यह मानती और सोचती है कि किसान दिल्ली की सत्ता पर आक्रमण करने आ रहा है या फिर जबरन सत्ता पर कब्जा करना चाहता है? देश की राजधानी को पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की छावनी में बदलने का क्या कारण है?’’
सुरजेवाला ने यह भी पूछा, ‘‘देश का अन्नदाता प्रधानमंत्री और देश की सरकार से न्याय न मांगे, तो कहां जाए? तो क्या अब न्याय मांगने का कोई और रास्ता या तरीका है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मांग है कि आदरणीय प्रधानमंत्री स्वयं किसानों से बात करें और उन्हें न्याय दें। ’’