Maharashtra Politics: NCP के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने सोमवार को 30 मिनट तक मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के मुंबई स्थित ‘सागर’ बंगले पर मुलाकात की.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज है. इस बीच NCP यानी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने बहुत बड़े संकेत दिए हैं. महायुति सरकार में शामिल नहीं किये जाने से सामने आ रही नाराजगी की खबरों के बीच उन्होंने सोमवार को सीधे मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से मुलाकात की है. इससे महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी अटकलों को दौर शुरू हो गया है.
30 मिनट तक दोनों के बीच चली बातचीत
NCP के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने सोमवार को यह मुलाकात मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के मुंबई स्थित ‘सागर’ बंगले पर की. इस दौरान करीब 30 मिनट तक दोनों के बीच बातचीत चली हैं. इस दौरान उनके भतीजे समीर भुजबल भी थे. बैठक के बाद छगन भुजबल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने राज्य में मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक माहौल पर मुख्यमंत्री के साथ विस्तृत चर्चा की.
आगे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मुझसे कहा कि OBC यानी अन्य पिछड़ा वर्ग ने 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में महायुति की भारी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. ऐसे में वह इस बात का ध्यान रखेंगे कि OBC समुदाय के हितों को किसी भी प्रकार से नुकसान न पहुंचे. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी बात पर सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने विचार करने के लिए कुछ समय मांगा है.
यह भी पढ़ें: ‘सीटी रवि के खिलाफ सबूत’, विधान परिषद में अपशब्दों के इस्तेमाल पर कर्नाटक के सीएम का बड़ा दावा
10 से 12 दिन में फैसला लेंगे मुख्यमंत्री
छगन भुजबल ने कहा है कि देवेन्द्र फडणवीस 10 से 12 दिन में अपना फैसला सुना सकते हैं. वहीं, जब उनसे BJP में शामिल होने को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने इसका जवाब देने से इन्कार कर दिया था. हालांकि, उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी अनदेखी किए जाने के मुद्दे पर वह अपनी नाराजगी जता चुके हैं.
गौरतलब है कि एक दिन पहले यानी रविवार को महाराष्ट्र के कई जिलों के OBC संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुंबई में उनसे मुलाकात की थी. OBC नेता मनोज जरांगे की मराठा समुदाय के लिए OBC श्रेणी में आरक्षण की मांग का विरोध कर रहे हैं. छगन भुजबल भी इस मांग के विरोध में मुखर रहे हैं. उन्होंने इससे पहले NCP चीफ अजित पवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में शामिल नहीं हुए थे.
यह भी पढ़ें: अवैध संबंधों का शक और पत्नी से तलाक… बदला लेने के लिए बनाया बम, जानें क्यों पुलिस भी है हैरान
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram