टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के वित्तीय बकाए के भुगतान के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने की बात कही है। उन्होंने कहा कि टीएमसी राज्य का बकाया हासिल करने की लड़ाई में केंद्रीय एजेंसियों की ‘धमकाने वाली छापेमारी’ से नहीं डरेगी। टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी ने कहा कि पार्टी बकाया राशि रोकने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेगी।
अभिषेक बनर्जी ने कहा, “हम बीजेपी की जमींदारी रीति को खत्म कर देंगे। वो लगातार केंद्रीय एजेंसियों को भेजकर छापेमारी कर रहे हैं। हमें छापेमारी की परवाह नहीं है लेकिन सरकार को लोगों के पैसे जारी करने की जरूरत है।”
टीएमसी नेता ने कहा, “अगर धन जारी नहीं किया गया तो लोग केंद्र सरकार को उसी भाषा में जवाब देंगे जिसकी वो हकदार है। यह एक कानून है कि केंद्र सरकार 15 दिनों के अंदर पैसा देने के लिए बाध्य है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने पैसा सिर्फ इसलिए रोका क्योंकि वो पश्चिम बंगाल में चुनाव हार गए।”
आपको बता दें कि सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक को भ्रष्टाचार के कईं मामलों की जांच के सिलसिले में केंद्रीय एजेंसियों ने कई बार तलब किया है। इस पर बनर्जी ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियां हर दिन 10 से ज्यादा छापेमारी कर सकती हैं, लेकिन सरकार को लोगों का पैसा जारी करने की जरूरत है।
गौरतलब है कि राज्य के केंद्र पर कुल 1.18 लाख करोड़ रुपये का बकाया है। जिसको लेकर ममता बनर्जी ने कईं बार केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाने साधे। ममता ने केंद्र पर आरोप लगाया कि वो पैसा रोककर “वित्तीय नाकाबंदी” कर रही है।