20 February 2024
भारत ने विशाखापत्तनम में लगभग 50 नौसेनाओं की भागीदारी के साथ नौ दिन की ग्रैंड नेवी प्रैक्टिस शुरू की है। 16 से 27 फरवरी तक चलने वाली इस प्रैक्टिस में 50 देशों की नौसेनाएं शामिल हो रही हैं। ये प्रैक्टिस लाल सागर में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं सहित अस्थिर भू-राजनीतिक माहौल के बीच हो रही है।
50 देश हो रहे शामिल
अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, इंडोनेशिया और मलेशिया सहित कई देशों की नौसेनाएं ‘मिलन’ अभ्यास के 12वें संस्करण में शामिल हो रही हैं। इसका मकसद समान सोच वाले देशों के बीच समुद्री सहयोग को बढ़ावा देना है। ये अभ्यास मित्र देशों से 15 जंगी जहाजों और एक समुद्री गश्ती विमान के आगमन के साथ शुरू हुआ।
इंडियन नेवी से एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत और विक्रमादित्य सहित लगभग 20 जहाज और मिग 29 के, हल्के लड़ाकू विमान तेजस और पी-8 आई लंबी दूरी के समुद्री टोही और एंटी सबमरीन वॉरफेयर जहाज सहित लगभग 50 विमान अभ्यास में भाग ले रहे हैं। मिलन अभ्यास एक द्विवार्षिक बहुराष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यास है जो भारत की ‘लुक ईस्ट’ नीति के अनुरूप इंडोनेशिया, सिंगापुर, श्रीलंका और थाईलैंड की भागीदारी के साथ 1995 में शुरू हुआ था।
इंडियन नेवी के प्रवक्ता विवेक मधवाल ने कहा कि मिलन 2024 का लक्ष्य क्षेत्रीय सहयोग और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना, भाग लेने वाली नौसेनाओं के बीच अंतर-संचालन और समझ को बढ़ावा देना और वेस्ट ट्रेडिशन और स्पेशलाइजेशन को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।