विश्व में जारी तनाव को देखते हुए भारत अपने रक्षा संबंधों को और मजबूत कर रहा है. इसी सिलसिले में भारत-फ्रांस रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के तहत थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी 24 से 27 फरवरी तक फ्रांस की आधिकारिक यात्रा पर रविवार को रवाना हुए.
NEW DELHI: विश्व में जारी तनाव को देखते हुए भारत अपने रक्षा संबंधों को और मजबूत कर रहा है. इसी सिलसिले में भारत-फ्रांस रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी 24 से 27 फरवरी तक फ्रांस की आधिकारिक यात्रा पर रविवार को रवाना हुए. 24 फरवरी को थल सेनाध्यक्ष पेरिस के लेस इनवैलिड्स में फ्रांस के वरिष्ठ सैन्य नेतृत्व से मिलेंगे. सम्मान में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा.इसके बाद जनरल पियरे शिल, सीईएमएटी (शेफ डी’एटैट-मेजर डे ल’आर्मी डे टेरे – फ्रांसीसी सेना प्रमुख) के साथ चर्चा करेंगे.
बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच मजबूत सैन्य संबंधों को बढ़ावा देना होगा. इस दौरान वह पेरिस के प्रतिष्ठित मिलिट्री स्कूल और इंस्टीट्यूशन कॉम्प्लेक्स इकोले मिलिटेयर का दौरा भी करेंगे, जहां थल सेनाध्यक्ष को फ्यूचर कॉम्बैट कमांड (सीसीएफ) के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके अतिरिक्त जनरल द्विवेदी को फ्रांसीसी सेना के तकनीकी अनुभाग (एसटीएटी) में जानकारी दी जाएगी और वे वर्सेल्स में बैटल लैब टेरे का दौरा करेंगे.
25 फरवरी को भारत-फ्रांस प्रशिक्षण सहयोग पर चर्चा करेंगे जनरल द्विवेदी
25 फरवरी को जनरल द्विवेदी मार्सिले जाएंगे जहां वे फ्रांसीसी सेना की तीसरी डिवीजन का दौरा करेंगे. वहां उन्हें तीसरी डिवीजन के मिशन और भूमिका, द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास शक्ति, भारत-फ्रांस प्रशिक्षण सहयोग और फ्रांसीसी सेना आधुनिकीकरण कार्यक्रम (स्कॉर्पियन) के बारे में जानकारी दी जाएगी. अगले दिन जनरल द्विवेदी कार्पियाग्ने जाएंगे और लाइव फायरिंग अभ्यास के साथ स्कॉर्पियन डिवीजन के गतिशील प्रदर्शन को देखेंगे .
27 फरवरी को थल सेनाध्यक्ष प्रथम विश्व युद्ध में भाग लेने वाले शहीद भारतीय सैनिकों के सम्मान में पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए न्यूवे चैपल भारतीय युद्ध स्मारक का दौरा करेंगे. बाद में वह फ्रांसीसी संयुक्त स्टाफ कॉलेज, इकोले डे गुएरे में एक व्याख्यान देंगे, जिसमें आधुनिक युद्ध की विकासशील प्रकृति और भारत की रणनीतिक दृष्टि पर प्रकाश डाला जाएगा. जनरल द्विवेदी की यात्रा का उद्देश्य भारत और फ्रांस के बीच सैन्य सहयोग को मजबूत करना, सहयोग के नए रास्ते तलाशना और दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाना है.
ये भी पढ़ेंः कम हो सकती है पेट्रोल और डीजल की कीमत, केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दिए संकेत