Tariff War Effect On India: अब डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह 2 अप्रैल से भारत सहित कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया जाएगा.
Tariff War Effect On India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से चीन, कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ लगा दिया है, जिससे टैरिफ वॉर को छिड़ गया है. मैक्सिको और कनाडा से आयात पर लगाया गया नया 25 फीसदी टैरिफ मंगलवार से लागू हो गया. वहीं, चीनी सामानों पर भी टैरिफ दोगुना होकर 20 फीसदी हो गया है. अब डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह 2 अप्रैल से भारत सहित कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया जाएगा. ऐसे में बड़ा सवाल बन गया है कि क्या इससे भारत पर क्या असर पड़ेगा.
चीन ने दी अंत तक लड़ने की धमकी
रेसिप्रोकल टैरिफ का मतलब यह है कि भारत अमेरिकी सामानों पर जितना आयात शुल्क लगाता है, उतना ही अब अमेरिका भी भारतीय सामानों पर लगाएगा. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक मैक्सिको, कनाडा और चीन की जवाबी कार्रवाई के बाद अमेरिका में वार्षिक व्यापार में लगभग 2.2 ट्रिलियन डॉलर तक प्रभावित हो सकता है.
चीन के विदेश मंत्रालय ने धमकी देते हुए कहा कि अगर अमेरिका युद्ध चाहता है, चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या किसी अन्य प्रकार का युद्ध हो, हम अंत तक लड़ने के लिए तैयार हैं. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने टैरिफ को बहुत मूर्खतापूर्ण कदम बताया है. साथ ही जवाबी कार्रवाई करते हुए 30 अरब कनाडाई डॉलर मू्ल्य के अमेरिकी आयातों पर 25 फीसदी टैरिफ लगा दिया है.
इसमें संतरे का जूस, पीनट बटर, वाइन, स्पिरिट्स, बीयर, कॉफी, उपकरण और मोटरसाइकिल शामिल हैं. जस्टिन ट्रूडो ने साफ किया है कि अमेरिकी टैरिफ 21 दिनों तक अगर लागू रहे, तो कनाडा 125 बिलियन कनाडाई डॉलर के अन्य अमेरिकी सामानों पर टैरिफ लगाएगा. इसमें मोटर वाहन, स्टील, विमान और मांस शामिल हो सकते हैं. मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने जवाबी कार्रवाई की कसम खाई है. वह अप्रैल से जवाबी कार्रवाई करेंगी.
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टैरिफ से अमेरिका पर ही बढ़ेगा बोझ
अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ने वैश्विक शेयर बाजार में बिकवाली को बढ़ावा दिया है. माना जा रहा है कि मैक्सिको से आने वाले एवोकाडो जैसे कुछ मौसमी फलों और सब्जियों के उत्पादों की कीमतों बढ़ोतरी हो सकती है. चीन से आने वाले चीनी इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों में स्मार्ट फोन, लैपटॉप, वीडियो गेम कंसोल, स्मार्ट घड़ियां और स्पीकर और ब्लूटूथ डिवाइस के दाम भी बढ़ने वाले हैं.
जानकारी के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के समय टैरिफ वॉर में अमेरिकी किसानों को भारी नुकसान हुआ था. उन्हें लगभग 27 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ और चीनी बाजार में उनका हिस्सा ब्राजील को सौंप दिया गया. वहीं, भारत की बात करें, तो भारत से कपड़े, दवाइयां, और इलेक्ट्रॉनिक सामान सस्ते में अमेरिका जाते हैं.
अगर टैरिफ लगाया गया तो, अमेरिका पर ही बोझ बढ़ेगा. कई अमेरिकी कंपनियां भी भारत में सामान बनाकर अमेरिका में बेचती हैं. ऐसे में इस पर भी प्रभाव पड़ेगा. ऐसे में माना जा रहा है कि टैरिफ का बोझ आखिरकार अमेरिकी आयातकों और उपभोक्ताओं पर ही पड़ता है. साथ ही भारत समेत कई देश नए बाजार तलाश सकते हैं, जिससे अमेरिका को ही नुकसान होगा.
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