9 March 2024
सनातन धर्म में अमावस्या को बेहद महत्व दिया गया है। इस दिन भगवान विष्णु और पितरों के पूजन का विधान है। साथ ही दान, जप-तप और पवित्र नदी में स्नान का भी बेहद महत्व है। हर महीने अमावस्या मनाई जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कल फाल्गुन अमावस्या मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यतानुसार, इस दिन जो व्यक्ति पूजन और उपवास करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और साथ ही पितृ भी प्रसन्न होते हैं। जानते हैं फाल्गुन अमावस्या पूजन विधि…
इस दिन मनाई जाएगी
फाल्गुन अमावस्या पर पितरों का पूजन किया जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, इस बार फाल्गुन अमावस्या 9 मार्च की शाम 6:17 मिनट से शुरू होकर अगले दिन यानी 10 मार्च की दोपहर को 2:29 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि का भी सनातन धर्म में खास महत्व है। ऐसे में फाल्गुन अमावस्या कल यानी 10 मार्च को मनाई जाएगी। इस दिन स्नान और दान का शुभ मुहूर्त सुबह 4:49 से लेकर सुबह 5:58 तक रहेगा। साथ ही अभिजित मुहूर्त दोपहर 12:8 से लेकर 1:55 तक रहने वाला है।
पूजन विधि
इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर श्रीहरि विष्णु का ध्यान करें। फिर स्नानादि के बाद साफ कपड़े पहनें। इस दिन पवित्र नदी में स्नान का भी बेहद महत्व है। फिर सूर्यदेव को जल चढ़ाएं और विधिपूर्वक भगवान विष्णु का पूजन करके व्रत का संकल्प लें। पूजा पूरी होने के बाद बहने पानी में तिल बहाएं। इस दौरान भगवान से सुख, शांति, सौभाग्य और स्मृद्धि की प्रार्थना करें। इसके बाद पितरो का पिंड दान करें। साथ ही जरूरतमंदों और गरीबों को दान करें।