9 March 2024
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत नई दिल्ली में (9 मार्च 2024) राष्ट्रव्यापी ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रेन-2024’ अभियान शुरुआत करेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य जल प्रबंधन, संरक्षण और स्थिरता में महिलाओं द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानने और उसकी सराहना करने के लिए अभियान का पांचवां संस्करण ‘नारी शक्ति से जल शक्ति’ पर होगा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ‘जल शक्ति अभियान: 2019 से 2023’ और ‘जल जीवन मिशन के 101 जल चैंपियन’शीर्षक नाम की दो पुस्तकें भी लॉन्च करेंगे। जल सुरक्षा आंदोलन में महिलाओं के अनुभव को भी साझा किया जाएगा।
मानसून में किया जाएगा लागू
‘जल शक्ति अभियान: 2019 से 2023’ अभियान 9 मार्च से शुरू होकर 30 नवंबर 2024 तक लागू किया जाएगा। इसमें देश के शहरी और ग्रामीण दोनों स्तरों के क्षेत्र शामिल होंगे। इसका मुख्य उद्देश्य जल वर्षा और जल संरक्षण करना है, साथ ही सभी जल निकायों की गणना कर इसकी पूरी सूची बनाना है। ताकि इसकी गाद को निकालकर सफाई की जा सके। इस अभियान के कई उद्देश्य हैं जिनमें से भूजल पुनर्भरण के लिए परित्यक्त/बोरवैल्स को पुनर्जीवित करना है।
प्रत्येक बूंद को बचाने का रखा गया लक्ष्य
जन आंदोलन के माध्यम से बारिश की प्रत्येक बूंद को बचाने के साथ और बहुमूल्य जल संसाधनों को स्थायी प्रबंधन करना है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि और मिशन का पालन करते हुए जल संसाधन, नदी विकास और गंगा का कायाकल्प विभाग ने 2019 में राष्ट्रीय जल मिशन के अंतर्गत जल शक्ति अभियान शुरू किया है। जो इस विषय में कार्रवाई के लिए एक ऐसा राष्ट्रीय आह्वान था जिसमें जल संरक्षण और पुनर्भरण में लाखों लोग शामिल हुए थे।
इस अभियान यह है मुख्य उद्देश्य
1) ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों और प्रयासों का अभिसरण (कन्वर्जेन्स)
2) सभी जल आपूर्ति स्रोतों की जियो-टैगिंग (सितंबर 2024)
3) प्रत्येक भूजल स्रोत के लिए कम से कम एक पुनर्भरण (रिचार्ज) संरचना (मार्च 2026)
4) प्राकृतिक स्रोतों/ झरनों का पुनरोद्धार एवं स्थिरीकरण (मार्च 2026)
5) शहरी क्षेत्रों में संसाधनों और प्रयासों का अभिसरण
6) संभावित जल स्रोतों के रूप में जल निकायों की पहचान करना (सितंबर 2024)
7) भूजल पुनर्भरण के लिए नलकूपों (बोरवेल्स) को निष्क्रिय करना (सितंबर 2024)