13 March 2024
Virender Sehwag: टी-20 वर्ल्ड कप 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ वीरेंद्र सहवाग का नहीं खेलना उस वक्त क्रिकेट प्रेमियों को बेचैन कर गया था। लोगों को आज भी अफसोस होता है कि वह ऐसे मौके पर नहीं खेले जिसका हर खिलाड़ी को इंतजार होता है।
T20 World Cup 2007: इंडियन क्रिकेट टीम ने साल 2007 में आईसीसी द्वारा पहली बार आयोजित टी-20 विश्व कप को जीतकर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कर लिया। महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को हराकर यह खिताब अपने नाम किया था। इस महत्वपूर्ण मैच में भारत के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सिंह सहवाग (Virender Sehwag) नहीं खेल पाए थे। जिसका उन्हें आज भी अफसोस होता है। इसके अलावा, वीरेंद्र सहवाग पाकिस्तान के खिलाफ अलग अंदाज में ही बल्लेबाजी करते थे। उन्होंने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में पहली बार 300 रन पाकिस्तान के खिलाफ ही मारे थे।
मैं काफी दुखी था : वीरेंद्र सहवाग
विश्व कप 2007 में न खेलने को लेकर एक शो में वीरेंद्र सहवाग ने कहा था कि मैं काफी दुखी था, क्योंकि वो एक ऐसा लम्हा होता है जो कोई भी खिलाड़ी मिस नहीं करना चाहता है. उस जैसा वक्त मेरी जिंदगी में आज तक नहीं आया। उन्होंने कहा कि मैच से करीब 48 घंटे पहले मैंने बहुत कोशिश की कि मैं चल सकूं, जिसके लिए मैंने पैर में बर्फ भी लगाई और दर्द कम करने के लिए एक इंजेक्शन भी लिया। बावजूद इसके मैं चलने में समर्थ नहीं था।
मैच से पहले सहवाग ने धोनी को किया मना
वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि उस समय खेल का नियम था कि अगर कोई खिलाड़ी पहले चोटिल है और मैच के दौरान दोबारा अपनी चोट से परेशान होने लग जाता है तो टीम को एक एक्स्ट्रा खिलाड़ी फिल्डिंग के लिए नहीं मिलता है। अगर मैं उस वक्त मैच खेलने के लिए मैदान पर उतर जाता और अपनी चोट के कारण मैदान पर नहीं टिक पाता तो टीम के साथ देश का भी नुकसान होता, इसलिए मैंने मैच की सुबह महेंद्र सिंह धोनी को मना कर दिया। मैंने उनसे कहा कि अगर मेरा दर्द कम नहीं होता तो मैं नहीं खेल सकता हूं।
भारत ने जीता था मुकाबला
टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट के नुकसान पर 157 रन तक पहुंच दिया। इस मुकाबले में गौतम गंभीर ने 54 गेंदों में 75 रनों की शानदार पारी खेली थी। वहीं, वीरेंद्र सहवाग की जगह यूसुफ पठान खेले और उन्हें ओपनिंग करने का मौका दिया गया। टारगेट का पीछे करने उतरी पाकिस्तान की टीम 19.3 ओवर में 152 रनों पर ऑलआउट हो गई। इसके बाद भारतीय टीम ने 5 रनों से मुकाबले को जीतने के साथ टी-20 का पहला वर्ल्ड अपने नाम किया था।