Diwali Trading: दीवाली पर होने वाली एक घंटे की मुहूर्त ट्रेडिंग (Mahurat Trading) को लेकर तस्वीरें साफ हो चुकी हैं. बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) ने इस कंन्फ्यूजन को दूर कर दिया है.
Diwali Trading: देश भर में दीवाली को लेकर तैयारियां जोरों शोरों से चल रही हैं. इसके साथ ही आम लोगों के लिए भी शेयर बाजार (Share Market) को लेकर खुशी की खबर सामने आई है. दरअसल, स्टॉक एक्सचेंज बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) ने 1 नवंबर को दीवाली के मौके पर एक घंटे की मुहूर्त ट्रेडिंग आयोजित करेंगे, जो नए संवत 2081 की शुरुआत का प्रतीक होगा.
बता दें कि दीवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा होती हैं. स्टॉक एक्सचेंजों ने अलग-अलग सर्कुलर जारी कर कहा कि मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन शाम छह बजे से सात बजे के बीच आयोजित किया जाएगा.
क्यों खास होती है ट्रेडिंग?
मार्केट एक्सपर्ट्स ने कहा कि ऐसा माना जाता है कि दीवाली के दिन कुछ भी नया काम शुरू करने के लिए शुभ समय होता है. ऐसे में उन्होंने दावा किया कि मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन के दौरान ट्रेडिंग से निवेशकों को पूरे साल फायदा होता है. बता दें कि दीवाली पर हर साल इस खास ट्रेडिंग की परंपरा है. साथ ही में इस दिन शेयर बाजार बंद रहता है, लेकिन दीवाली के दिन 1 घंटे के बाजार को इस परंपरा को निभाने के लिए खोला जाता है. स्टॉक एक्सचेंज ने घोषणा की कि प्री-ओपनिंग सेशन शाम 5:45 बजे से शाम 6:00 बजे तक होगा.
दशकों पुरानी है मार्केट ट्रेडिंग की परंपरा
हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स ने कहा कि ट्रेडिंग विंडो केवल एक घंटे के लिए खुलती है, इसलिए बाजार अस्थिर माने जाते हैं. उन्होंने आगे कहा कि हो सकता है फोकस मुनाफे पर न हो, बल्कि इशारे पर हो. आपको बता दें कि मार्केट ड्रेडिंग की यह परंपरा करीब 5 दशक पुरानी मानी जाती है. इसकी शुरुआत बीएसई (BSE) ने साल 1957 और एनएसई (NSE) ने साल 1992 में शुरू की थी.
यह भी पढ़ें: आज के दिन की शुरुआत करें अच्छे विचारों के साथ, दोस्तों और रिश्तेदारों को भेजे खूबसूरत Quotes