Asha Parekh: 60 और 70 के दशक की खूबसूरत एक्ट्रेस आशा पारेख की जिंदगी अकेलेपन में ही गुजर गई. आज एक्ट्रेस की रीयल लाइफ के बारे में जानते हैं कुछ दिलचस्प बातें.
14 May, 2024
Asha Parekh: एक दौर था जब आशा पारेख की खूबसूरती और अदाकारी के लाखों दीवाने हुआ करते थे. उनका नाम हिंदी सिनेमा की सबसे बेहतरीन एक्ट्रेसेस में शुमार था. 60 और 70 के दशक में आशा फिल्मी पर्दे पर राज किया करती थीं. हालांकि, उनकी असली जिंदगी अकेलेपन में ही गुजर गई. 86 साल की आशा पारेख की रील लाइफ जितनी सक्सेसफुल रही, उनकी लव स्टोरी उतनी ही नीरस रही. आशा पारेख को जिस शख्स से प्यार हुआ, वो पहले से ही शादीशुदा था. जब उन्हें अपना महबूब नहीं मिला तो एक्ट्रेस का दिल ऐसा टूटा कि उन्होंने कभी घर नहीं बसाया.
आशा पारेख की मोहब्बत
आशा पारेख ने साल 1959 में फिल्म ‘दिल दे के देखो’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था. पहली फिल्म की शूटिंग के वक्त ही उन्हें डायरेक्टर नासिर हुसैन से इश्क हो गया. नासिर अपने वक्त के सफल निर्देशकों में से एक थे जिन्होंने ‘फिर वही दिल लाया हूं’ और ‘तीसरी मंजिल’ जैसी हिट फिल्में बनाई थीं. वैसे कम ही लोग जानते हैं कि नासिर हुसैन आमिर खान के अंकल थे. वहीं, नासिर भी आशा पारेख पर दिल हार बैठे थे. इस बात का जिक्र आशा पारेख की बायोग्राफी ‘द हिट गर्ल’ में भी किया गया है. वहीं, नासिर ही वो इंसान थे, जिनसे कभी आशा पारेख ने प्यार किया था. हालांकि, नासिर शादीशुदा थे और अपनी पत्नी से अलग नहीं होना चाहते थे. यही कारण है कि आशा ने अपने कदम पीछे हटा लिए और कभी शादी ना करने का फैसला ले लिया.
इन फिल्मों में किया काम
आशा पारेख ने अपने करियर में 95 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. उनकी हिट फिल्मों में ‘जब प्यार किसी से होता है’, ‘मेरे सनम’, ‘फिर वही दिल लाया हूं’, ‘तीसरी मंजिल’, ‘शिकार’, ‘बहारों के सपने’, ‘प्यार का मौसम’, ‘कारवां’, ‘कटी पतंग’, ‘आन मिलो सजना’, ‘दिल देके देखो’, ‘दो बदन’, ‘आए दिन बहार के’, ‘कन्यादान’, ‘घराना’, ‘मैं तुलसी तेरे आंगन की’, ‘कालिया’ जैसे नाम शामिल हैं. सिनेमा में आशा पारेख के बेहतरीन योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा साल 2020 में एक्ट्रेस को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा जा चुका है.