05 February 2024
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम की केटेगरी में 2024 का ग्रैमी अवॉर्ड जीतने पर मशहूर तबला प्लेयर ज़ाकिर हुसैन और सिंगर शंकर महादेवन सहित उनकी पूरी टीम को बधाई दी। पीएम ने कहा कि उनकी इस उपलब्धि पर पूरे भारत देश को गर्व है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ के जरिए ज़ाकिर हुसैन, शंकर महादेवन, राकेश चौरसिया, सेल्वागणेश और गणेश राजगोपालन को इस शानदार सफलता के लिए बधाई दी।
उन्होंने लिखा-‘संगीत के प्रति आपकी प्रतिभा और समर्पण ने दुनिया भर में दिल जीता है। ये उपलब्धियां आपकी कड़ी मेहनत का फल है। भारत को आप पर गर्व है।’
आपको बता दें कि 66वें ग्रैमी अवॉर्ड में भारत का दबदबा रहा। इस ग्लोबल अवॉर्ड में भारत ने बड़ी जीत हासिल की है। इस साल ग्रैमी अवॉर्ड का आयोजन रविवार रात को लॉस एंजिलिस में किया गया। वहीं, मशहूर सिंगर और म्यूजिक कंपोजर शंकर महादेवन और तबला प्लेयर ज़ाकिर हुसैन के फ्यूजन म्यूजिक ग्रुप ‘शक्ति’ ने ‘दिस मूमेंट’ के लिए बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम की केटेगरी में 2024 का ग्रैमी अवॉर्ड जीता है। शंकर महादेवन ने जीत का श्रेय अपनी पत्नी संगीता को देते हुए कहा- ‘हम आपको याद कर रहे हैं जॉन जी। भगवान, दोस्तों और भारत का धन्यवाद। हमें भारत पर गर्व है।’
राकेश चौरसिया को मिले दो अवॉर्ड
भारत के राकेश चौरसिया ने भी 2 अवॉर्ड अपने नाम किए हैं। उन्हें ग्लोबल म्यूजिक परफॉर्मेंस और कंटेंपररी इंस्ट्रूमेंटल एल्बम के लिए अवॉर्ड दिए गए। इसके अलावा ज़ाकिर हुसैन ने ‘पश्तो’ के लिए बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक प्रोडक्शन और अमेरिका के बेंजो प्लेयर एडगर मेयेर के साथ ‘एज वी स्पीक’ के लिए बेस्ट कंटेंपररी इंस्ट्रूमेंट्स एल्बम का ग्रैमी अवॉर्ड भी जीता है। इस एल्बम में महान बांसुरी प्लेयर हरिप्रसाद चौरसिया के भतीजे और भारतीय बांसुरी प्लेयर राकेश चौरसिया भी हैं।
संगीत के बिना कुछ नहीं
ज़ाकिर हुसैन ने पश्तों के लिए अवॉर्ड लेते हुए कहा- ‘प्यार और म्यूजिक के बिना हम कुछ भी नहीं हैं।’ इसके अलावा बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक प्रेजेंटेशन केटेगरी में 8 नोमिनेशन थे जिसमें फालू का गीत ‘अबन्डंस इन मिलेट्स’ शामिल था। इस गाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी दिखायी दिए हैं। इस अवॉर्ड में शामिल हुए दो बार के ग्रैमी विनर
रिकी केज ने 2024 ग्रैमी अवॉर्ड को भारत का साल बताया। उन्होंने कहा- ‘ये ग्रैमी पूरी तरह से भारत का साल है।
राकेश चौरसिया, शंकर महादेवन, गणेश राजगोपालन, सेल्वागणेश विनायकराम और उस्ताद जाकिर हुसैन ने अवॉर्ड जीता। एक ही साल में 5 भारतीयों ने अवॉर्ड जीता है।‘