इंडियन सिनेमा के मशहूर म्यूज़िशियन लक्ष्मीकांत की बेटी ने कल यानी मंगलवार को कहा कि लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी ने 700 से ज्यादा फिल्मों में म्यूज़िक दिया है। ऐसे में वो प्यारेलाल को पद्मभूषण अवॉर्ड दिए जाने पर खुश हैं, लेकिन उनके दिवंगत पिता लक्ष्मीकांत को भी ये सम्मान मिलना चाहिए। इस मामले को लेकर लक्ष्मीकांत के परिवार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को लेटर भी लिखा है।
बेटी ने जताई खुशी
रिपब्लिक डे मौके पर भारत के तीसरे सबसे बड़े सिविल ऑनर पद्मभूषण के लिए प्यारेलाल को नॉमिनेट किया गया था। इसके बाद दिवंगत लक्ष्मीकांत की बेटी राजेश्वरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक इंटरव्यू में कहा- ‘हम बहुत खुश हैं कि आखिरकार प्यारेलाल अंकल को अवॉर्ड मिला। हमें लगता है कि जब बात पद्मभूषण सम्मान की है तो आप लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल को अलग नहीं कर सकते। प्यारेलाल अंकल को केवल इसलिए अवॉर्ड नहीं दे सकते कि वो यहां हैं और मेरे पिता गुजर चुके हैं।’
पत्नी ने सम्मान के लिए की अपील
वहीं, लक्ष्मीकांत की पत्नी जया कुडालकर ने सरकार से अपने लेटर में प्यारेलाल के साथ-साथ अपने दिवंगत पति को भी अवॉर्ड देने की अपील की है। खैर, आपको बता दें कि लक्ष्मीकांत कुडालकर और प्यारेलाल शर्मा ने साल 1963 में फिल्म ‘पारसमणि’ से म्यूज़िशियन के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद दोनों ने ‘दो रास्ते’, ‘दाग’, ‘हाथी मेरे साथी’, ‘बॉबी’, ‘अमर अकबर एंथनी’ और ‘कर्ज’, ‘कर्मा’, ‘प्रेम ग्रंथ’, ‘प्रेम रोग’ जैसी कई हिट फिल्मों में अपना संगीत दिया। लगभग 35 सालों तक दोनों की जोड़ी ने बॉलीवुड में काम किया। साल 1998 में 60 साल की उम्र में लक्ष्मीकांत का निधन हो गया था।