Home Environment Assam News: असम में धान की फसल को हुआ भारी नुकसान, किसानों ने लगाई मदद की गुहार

Assam News: असम में धान की फसल को हुआ भारी नुकसान, किसानों ने लगाई मदद की गुहार

by Pooja Attri
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Morigaon District: असम सरकार के मुताबिक राज्य में बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं. बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान कटाई के लिए तैयार धान की फसल को हुआ है. कुदरत के इस कहर से किसान बेहद परेशान हैं.

03 June, 2024

Assam Floods: असम में कोपिली और कोलोंग नदियों में आई बाढ़ ने मोरीगांव जिले में फसलें तबाह कर दी हैं. बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान कटाई के लिए तैयार धान की फसल को हुआ है. कुदरत के इस कहर से किसान बेहद परेशान हैं. असम सरकार के मुताबिक राज्य में बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं. इस बीच बाढ़ से परेशान लोगों की तादाद में थोड़ी कमी आई है. किसानों की शिकायत है कि बार-बार बाढ़ आने के बावजूद सरकार ने राहत के कोई कदम नहीं उठाए हैं.

पानी में डूब चुके हैं सैकड़ों बीघे खेत

किसान प्रबन दास ने कहा, ‘मेरे पास पांच बीघा खेती वाली जमीन थी. उसमें से दो बीघे में जैसे-तैसे खेती की. शेष तीन बीघे जमीन अब बाढ़ के पानी में डूबी हुई है. इस बाढ़ के पानी ने हमें बहुत सारी कठिनाइयों के साथ-साथ काफी नुकसान भी पहुंचाया है. मैं एक नाव किराए पर लेने में कामयाब रहा और अब तक बहुत कम धान की कटाई कर पाया हूं. सरकार ने तटबंध बना दिया है, लेकिन सैकड़ों बीघे खेत पानी में डूबे हुए हैं. किसान अब ऐसी स्थिति में हैं कि उन्हें रोना पड़ रहा है.’

असम सरकार के मुताबिक राज्य में बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं. इस बीच बाढ़ से परेशान लोगों की तादाद में थोड़ी कमी आई है. किसानों की शिकायत है कि बार-बार बाढ़ आने के बावजूद सरकार ने राहत के कोई कदम नहीं उठाए हैं.

बर्बाद हुई चावल की फसल

किसान बिजय दास ने बताया, ‘मैं 10 बीघे जमीन पर खेती करता था. हम चावल खाकर गुजारा कर रहे हैं. अभी इतनी बाढ़ है कि हम धान की कटाई नहीं कर सकते. सारा खेत पानी में डूबा हुआ है. पानी में धान की कटाई के लिए कोई मजदूर उपलब्ध नहीं हैं. हम ऐसी स्थिति में हैं जहां हमें धान की कटाई के लिए बारपेटा और राहा जैसे दूर-दूर से श्रमिकों को लाना पड़ता है और उन्हें अतिरिक्त पैसे देने पड़ते हैं. बहुत सारी खेती बर्बाद हो गई है. सरकार की गलतियों के कारण हम किसानों को काफी नुकसान हो रहा है. हम इसी धान की खेती पर निर्भर हैं. हम गरीब लोग सरकार से गुहार लगाते हैं कि हमें बाढ़ से मुक्ति दिलाए और इस समस्या से बचाए.’

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक 13 जिलों में 5.35 लाख से ज्यादा लोग अब भी बाढ़ से परेशान हैं. शनिवार को 10 जिलों में बाढ़ पीड़ित लोगों की संख्या छह लाख से ज्यादा थी. कछार में दो और नगांव में एक शख्स की मौत होने के बाद बाढ़ में मरने वालों की संख्या 18 हो गई है.

यह भी पढ़ें: बाढ़ के कारण मणिपुर में तबाही का मंजर; तीन लोगों की मौत, हजारों प्रभावित

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