16 January 2024
उत्तर भारत में फिलहाल ठंड और कोहरे से निजात मिलती दिखाई नहीं दे रही हैं। मंगलवार को गंगा के मैदानी इलाकों में कोहरे की मोटी चादर बिछी रही। घने कोहरे के चलते विजिबिलीटी काफी कम रही, जिससे आवाजाही पर काफी असर पड़ रहा है।
कोहरे से सबसे ज्यादा असर, रेल और हवाई यातायात पर पड़ रहा है। आज भी दिल्ली आने वाली करीब 30 ट्रनें कोहरे के चलते 6 घंटें की देरी से चली। तो दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास पालम में विजिबिलीटी 50 मीटर से भी कम रही।
देश के उत्तर और पूर्वोत्तर इलाकों में पिछले 15 दिनों में कोहरे ने सड़क, रेल और हवाई यातायात को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। दिल्ली हवाई अड्डे पर सोमवार को भी करीब 5 फलाईट्स का रास्ता बदला गया, जबकि 100 से ज्यादा उड़ानों में देरी हुई।
नोएडा में भी कोहरे और प्रदूषण से लोग परेशान
नोएडा में भी घने कोहरे और बढ़ते वायु प्रदूषण से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। मौसम विभाग ने यहा रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इस दौरान एक्सप्रेसवे पर रात और सुबह के वक्त विजिबिलीटी कमोबेश शून्य ही रहने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।
मौसम विभाग के मुताबिक दिन में भी पारा गिरने की वजह से ठंड बनी रहेगी। 17 जनवरी तक घना कोहरा और ठंड के हालात बने रहेगे। दिन में तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री तक कम रहने की संभावना है, तो रात में पारा 4 डिग्री तक पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने कहा कि आज अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग का कहना है कि घने कोहरे के चलते कई जगहों पर विजिबिलीटी का लेवल शून्य मीटर तक पहुंच गया है। विभाग नें लोगों को गैर जरूरी यात्रा से बचने और वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है।
आईएमडी के मुताबिक अगले तीन दिन तक उत्तर भारत में घने से बहुत घने कोहरे के हालात बने रहने की आशंका है। विभाग ने बताया कि अगले दो दिन तक उत्तरी मैदानी इलाकों में शीत से गंभीर शीत दिवस के हालात बने रहेगें। देश के उत्तर पश्चिम क्षेत्रों में 3 दिनों तक शीत लहर से लेकर गंभीर शीत लहर की स्थिति बने रहने की आशंका है।
उत्तर भारत से पूर्वोत्तर भारत तक कोहरे की मोटी चादर
उत्तर भारत में वाराणसी, आगरा, ग्वालियर, जम्मू, पठानकोट और चंडीगढ़ में विजिबिलीटी का लेवल शून्य रहा। तो गया में ये 20 मीटर दर्ज किया गया। प्रयागराज और तेजपुर में 50 मीटर, अगरतला में 100 मीटर, अमृतसर में 200 मीटर और गोरखपुर में 300 मीटर रहा। पंजाब से पूर्वोत्तर भारत तक के इलाकों में कोहरे की मोटी चादर साफ दिखाई दे रही हैं।