Exercise and Food: फिट और हेल्दी रहने के लिए डॉक्टर्स फिजिकल एक्टीविटीज की सलाह देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं एक्सरसाइज से पहले कुछ फूड्स को खाने से आप जान गंवा सकते हैं.
17 July, 2024
Exercise and Food: सेहतमंद रहने के लिए हमेशा स्पोर्ट्स जैसी फिजिकल एक्टिविटीज को लाइफस्टाइल में शामिल करने की सलाह दी जाती है. ताजा अधय्यन से पता चला है कि डेली रुटीन में जो लोग फिजिकल एक्टिविटीज को अपनाते हैं तो उन्हें गंभीर हेल्थ इश्यू हो सकते हैं. फूड डिपेंडेंट एक्सरसाइज इंड्यूस्ड एनाफिलेक्सिस (FDEIA) एक ऐसी स्थिति है जो एक्सरसाइज करने से पहले खाए गए कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी पैदा करता है.
सामने आया यह मामला
दिल्ली स्थित सर गंगा राम अस्पताल में हाल ही में एक केस स्टडी में हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई. 12 वर्षीय स्वस्थ लड़का दोस्तों के साथ क्रिकेट मैच खेलने के लिए गया, लेकिन उसने बाहर जाने से पहले लंच में झींगा सलाद खाया. मात्र 10 मिनट के बाद ही उसे गंभीर खुजली, सूजन और सांस लेने में कठिनाई का अनुभव होने लगा. अस्पताल के एलर्जिस्ट, पीडियाट्रिक इंटेंसिविस्ट और स्लीप स्पेशलिस्ट और वरिष्ठ सलाहकार डॉ. नीरज गुप्ता ने कहा कि लड़के को पास के अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने एनाफिलेक्सिस के लक्षणों की पहचान की.
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कैसे पैदा होती है यह स्थिति?
एलर्जी के परीक्षण से पता चला कि लड़के की ऐसी स्थिति झींगा खाने और एक्सरसाइज के चलते पैदा हुई थी. यह खाद्य निर्भर व्यायाम प्रेरित एनाफिलेक्सिस का एक क्लासिक मामला है. FDEIA के बारे में बताते हुए डॉ. नीरज गुप्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि FDEIA एक ऐसी स्थिति है जहां शारीरिक व्यायाम गतिविधि से पहले खाए गए कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी की प्रतिक्रिया पैदा करता है. उन्होंने आगे कहा कि सामान्य खाद्य एलर्जी के विपरीत, जो खाने के तुरंत बाद शुरू हो जाती है, एफडीईआईए में लक्षणों को भड़काने के लिए व्यायाम के बाद एलर्जी पैदा करने वाले भोजन के संयोजन की आवश्यकता होती है.
लक्षण और एलर्जी वाले फूड्स
FDEIA के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन अक्सर पित्ती, पेट में ऐंठन, सांस लेने में कठिनाई, चेहरे, होंठ या गले में सूजन और चक्कर आना या बेहोशी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि FDEIA के लिए सामान्य खाद्य ट्रिगर में शेलफिश, नट्स, गेहूं और डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल हैं, हालांकि व्यक्ति के आधार पर कोई भी भोजन संभावित रूप से ट्रिगर हो सकता है. ये लक्षण हल्के पित्ती और पेट में ऐंठन से लेकर संभावित जीवन-घातक एनाफिलेक्सिस तक हो सकते हैं.
इन उपायों से किया जा सकता है बचाव
डॉ. नीरज गुप्ता ने बताया कि लोगों को विस्तृत भोजन डायरी रखने, उचित परीक्षण और निदान के लिए एलर्जी विशेषज्ञ से परामर्श लेने और शारीरिक गतिविधि से पहले ज्ञात एलर्जी पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए.
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