West Nile Virus: केरल कोझिकोड़ इलाके में सरकार ने राज्य के त्रिशूर, मलप्पुरम और कोझिकोड़ जिलों से वेस्ट सामने आए नाइल बुखार के मामले में सावधान रहने की अपील की है.
08 May, 2024
West Nile Virus: राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बयान में कहा गया है कि ‘क्यूलेक्स’ प्रजाति के मच्छरों से फैलने वाले वायरल बुखार के प्रति सतर्कता बरतते हुए मंत्री ने आदेश दिया है कि मच्छरों के प्रजनन को नियंत्रण के लिए कदम उठाए जाएं. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री की तरफ कहा गया है कि परेशान होने की बात नहीं है. बुखार या वेस्ट नाइल संक्रमण के दूसरे लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज कराने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि वेस्ट नाइल संक्रमण के मुख्य लक्षण सिरदर्द, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, चक्कर आना और याददाश्त कमजोर होना हैं, लेकिन ज्यादातर मरीजों को इनका एहसास नहीं होता.
West Nile Virus: वीना जॉर्ज- घबराने की जरूरत नहीं
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज आगे बयान में कहा गया है कि जापानी ‘एन्सेफलाइटिस’ की तुलना में वेस्ट नाइल में मृत्यु दर कम है लेकिन जापानी ‘एन्सेफलाइटिस’ में भी समान लक्षण दिखते हैं और ये अधिक खतरनाक होता है. चूंकि वेस्ट नाइल वायरस के इलाज के लिए कोई दवा या टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए लक्षणों का इलाज और रोकथाम जरूरी है.
West Nile Virus: डेंगू से मिलती-जुलती बीमारी
कोझिकोड़ कलेक्टर स्नेहिल कुमार सिंह का कहना है कि वेस्ट नाइल वायरस एक ऐसी बीमारी है जो डेंगू से काफी मिलती-जुलती है. ये एक वेक्टर जनित बीमारी है. हम सभी पंचायतों और जिला वेक्टर नियंत्रण इकाइयों से अनुरोध कर रहे हैं कि वो मॉनिटरिंग करें और सुनिश्चित करें कि स्थानीय निकायों में देखे जाने वाले किसी भी हॉटस्पॉट में पानी इकट्ठा न हो.
युगांडा में 1937 में पहली बार इसका पता चला था. केरल में 2011 में पहली बार बुखार का पता चला था और मलप्पुरम के 6 साल के लड़के की 2019 में बुखार की वजह से मौत हो गई थी. इसके बाद मई 2022 में त्रिशूर जिले में बुखार से 47 साल के व्यक्ति की मौत हो गई थी. वेस्ट नाइल वायरस से घातक ‘न्यूरोलॉजिकल’ रोग हो सकता है.
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