15 February 2024
अक्सर लोग जिन चीजों को पसंद करते हैं उनका नाम अपने किसी लव-वन के नाम पर रखते हैं। अमेरिका के मॉरिस मिख्टॉम ने 15 फरवरी 1903 के दिन अपने हाथों से बने 2 गोल-मटोल और मासूम से दिखने वाले भालू के सॉफ्ट टॉय मार्किट में उतारे थे। इन्हें ही ‘टैडी’ नाम दिया गया था। इसी समय पहली बार दुनिया की मुलाकात ‘टैडी बियर’ से हुई थी। ये इतने पॉपुलर हुए कि बच्चों से लेकर बड़ों तक का दिल जीत लिया। किसी छोटे बच्चे को गिफ्ट देना हो या फिर अपने लवर को, ये टैडी हमेशा से परफेक्ट विकल्प होते हैं। खैर, अब खिलौना तो बन गया लेकिन बाकी था उसे कोई नाम देना। ‘टैडी’ नाम के पीछे भी दिलचस्प वजह है।
टैडी बियर नाम कैसे पड़ा?
आपको बता दें कि ‘थियोडोर रूजवेल्ट’ जो अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति थे, उनको लोग प्यार से ‘टैडी’ बुलाते थे। अपने खिलौने का नाम टैडी रखने के लिए मॉरिस मिख्टॉम ने अमेरिका के राष्ट्रपति रूजवेल्ट से परमिशन ली थी। इसके लिए मिख्टॉम ने राष्ट्रपति रूजवेल्ट को एक एप्लीकेशन भेजी थी जिसके बाद उन्होंने खुशी-खुशी परमिशन दे दी थी। उस समय राष्ट्रपति रूजवेल्ट और मिख्टॉम में से किसी को इस बात का अंदाज़ा भी नहीं होगा कि उनका ये खिलौना एक दिन विश्वभर के बच्चों की पहली पसंद बन जाएगा।