10 March 2024
चेक गणराज्य की रहने वाली क्रिस्टीना पिस्जकोवा (Kristina Piszkova) ने मिस वर्ल्ड 2024 का खिताब अपने नाम किया है। उन्होंने यह अवॉर्ड 112 देशों की कंटेस्टेंट को पछाड़कर जीता है। इसका आयोजन मुंबई में आयोजित किया गया, जहां क्रिस्टीना को पिछले साल की विनर कैरोलिना बिलावस्का ने मिस वर्ल्ड का ताज पहनाया है। क्रिस्टीना पिस्जकोवा का जन्म 19 जनवरी, 1999 को हुआ। वह फिलहाल लॉ एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई कर रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने मॉडलिंग को करियर के रूप में चुना है।
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान बना चेकोस्लोवाकिया
मिस वर्ल्ड 2024 क्रिस्टीना जिस देश चेक गणराज्य की नागरिक हैं, इसका इतिहास काफी रोचक है। चेकोस्लोवाकिया का गठन फर्स्ट वर्ल्ड वार के अंतिम समय में यानी वर्ष 1918 में ऑस्ट्रिया-हंगरी साम्राज्य के कई प्रांतों के खत्म होने से हुआ था। वर्ष 1938-45 तक चेकोस्लोवाकिया नाज़ी जर्मनी के अधीन था, लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1948 से 1989 तक सोवियत संघ के कम्युनिस्ट विचारधारा के अधीन था, लेकिन 1993 को चेकोस्वाकिया से चेक गणराज्य अलग हो गया था। इस देश में चेक और स्लाव दो समुदाय के लोग रहते थे.
शुरू में दोनों समुदाय एक साथ रहते थे
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान चेक और स्लोवाकिया का राजनीतिक संघ बनना संभव था, क्योंकि दोनों समुदाय के लोगों की संस्कृति, भाषा और धर्म में काफी निकटता देखी जाती थी. इसके साथ ही दोनों समुदाय के लोगों में संस्कृतियों का आदान-प्रदान भी होता था, लेकिन साल 1991 में जब सोवियत संघ का विघटन हुआ तो चेकोस्लोवाकिया भी कम्युनिस्ट विचारधारा से मुक्त हो गया और एक नया राष्ट्र बन गया। इसके बाद धीरे-धीरे देश के दोनों मुख्य समुदायों ( चेक और स्वोवाक) के बीच तनाव बढ़ता चला गया। एक समय ऐसा भी आया जब ऐसा लगने लगा कि दोनों समुदाय एक राष्ट्र में साथ मिलकर नहीं रह सकते हैं. साल 1992 में जनता से राय ली गई और उसके बाद चेकोस्लोवाकिया को बांटने का फैसला किया गया।
दोनों समुदाय के बीच हुआ ‘मखमली तलाक’
1 जनवरी, 1993 को दोनों समुदायों के बीच आपसी बातचीत के बाद बिना हिंसा के दो अलग राष्टों को अस्तित्व में लाया गया। इसे चेक गणतंत्र और स्लोवाकिया के नाम से जाना जाता है। चेकोस्लोवाकिया का बंटवारा इतने कोमल और शांतिपूर्वक ढंग से हुआ कि इस घटना को इतिहासकार और समीक्षक कभी-कभी ‘मखमली तलाक’ भी कहते हैं।
जानें कुछ रोचक बातें
1) चेक गणराज्य में लगभग पांच लाख विदेशी रहते हैं। यहां पर देश में गैर चेक लोगों के लिए बहुत सारे क्लब और सहायता समूह हैं।
2) इस देश में यूरोप के केंद्र में स्थित हैं। इसका मतलब यह है कि रेल, सड़क या हवाई मार्ग से यूरोप भर के कई प्रमुख शहरों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
3) चेक गणराज्य में कई प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का घर है, जिनमें डेलॉइट टच, एक्सॉन मोबिल और ज़ारा शामिल हैं।
4) सुमावा (चेक) चेक गणराज्य का एक प्रांत है, जो अपनी खूबसूरती और अछूते जंगलों के लिए प्रसिद्ध है।
5) वैक्लेव हवेल, चेक गणराज्य के पहले राष्ट्रपति और चेकोस्लोवाकिया के अंतिम प्रमुख थे।