Bangladesh Crisis: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा है कि इस जांच में शेख हसीना (Sheikh Hasina) की पार्टी अवामी लीग (Awami League) के कई और नेताओं के नाम भी सामने आएंगे.
14 August, 2024
Bangladesh Crisis: बांग्लादेश की सत्ता से बेदखल होने के बाद भी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय अपराध ट्रिब्यूनल (Bangladesh International Crime Tribunal) जांच एजेंसी में बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) समेत और उनकी पार्टी के कई नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. शेख हसीना के खिलाफ छात्रों के हालिया प्रदर्शन के दौरान मानवता विरोधी अपराध का आरोप लगा है.
‘कई और नेताओं के नाम आएंगे सामने’
न्यूज एजेंसी PTI से मिली जानकारी के मुताबिक, जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलियों से मारे गए छात्रों में से एक के पिता की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई थी. बता दें कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने 5 अगस्त को विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से मारे गए कक्षा 9 के छात्र आरिफ अहमद सियाम के पिता बुलबुल कबीर की ओर से मामला दर्ज कराया था. इसी मामले में जांच एजेंसी ने यह कदम उठाया है. एजेंसी के उप निदेशक अताउर रहमान ने कहा है कि शेख हसीना के खिलाफ मामले की जांच शुरू हो गई है. वहीं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भी कहा है कि 1 जुलाई से 5 अगस्त के बीच जितने भी लोगों की हत्या हुई है, उनकी जांच भी अंतरराष्ट्रीय अपराध ट्रिब्यूनल ही करेगी. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने यह भी कहा है कि इस जांच में शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग (Awami League) के कई और नेताओं के नाम भी सामने आएंगे.
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‘किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा’
शिकायत में अभी अवामी लीग के महासचिव और पूर्व मंत्री ओबैदुल कादर, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल, पूर्व सूचना मंत्री मोहम्मद अली अराफात सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का नाम शामिल है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की ओर से कहा कि हत्या में शामिल निवर्तमान सरकार के किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. बता दें कि एजेंसी सभी शिकायतों की जांच करेगी और फिर आगे की कार्रवाई होगी. बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय अपराध ट्रिब्यूनल का गठन साल 1971 के मुक्ति युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सैनिकों का साथ देने वाले बंगाली भाषी अपराधियों पर मुकदमा चलाने के लिए किया गया था. बता दें कि 5 अगस्त को शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद देश भर में भड़की हिंसा में 230 से अधिक लोग मारे गए. वहीं जुलाई से लेकर अबतक 560 लोगों की जान चली गई.
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