Tariff War : ब्रिक्स देशों ने हाल ही में अपने सम्मलेन में इस बात सर्वसहमति जाहिर की थी कि आपसी व्यापार अपनी ही मुद्रा में ही किया जाए. लेकिन इस पर ट्रंप ने आपत्ति जताई है और इस फैसले को डॉलर को कमजोर करने की दिशा में एक कदम माना है.
Tariff War : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को BRICS देशों को अप्रत्यक्ष रूप से खुली धमकी दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है कि 9 राष्ट्रों (BRICS) ने अगर किसी भी तरह डॉलर को कमजोर करने का प्रयास किया तो वह उनपर 100 प्रतिशत टैरिफ लगा देंगे. बता दें कि ब्रिक्स देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, ईरान, इथियोपिया, मिस्र और संयुक्त अरब शामिल हैं. इन देशों के बीच लगातार विचार-विमर्श चल रहा है कि यह एक-दूसरे से व्यापार अपनी-अपनी मुद्रा में ही करें. साथ ही कुछ देशों ने तो व्यापार अपने ही मुद्रा में पेमेंट भी की है. ब्रिक्स देशों के बीच अपनी मुद्रा में व्यापार करने पर ट्रंप डॉलर को कमजोर करने की दिशा में इस फैसले को देखते हैं.
एकाधिकार से आ चुके हैं तंग
ब्रिक्स देशों का कहना है कि ग्लोबल लेवल पर वित्तीय प्रणाली में अमेरिका के एकाधिकार से तंग आ चुके हैं और विकासशील देशों का स्पष्ट संदेश है कि अमेरिकी डॉलर और यूरो पर कम से कम निर्भरता होनी चाहिए. उनका कहना है कि वैश्विक स्तर पर बहुप्रणाली व्यवस्था में कार्य होना चाहिए और एक ही मुद्रा में व्यापार नहीं किया जाना चाहिए. उनका साफ कहना है कि विकासशील देश कम से कम अपने आर्थिक हितों के लिए बेहतर निर्णय ले सकें. बता दें कि साल 2023 में ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान सभी सदस्यों देशों ने चर्चा की थी कि वह अपनी करेंसी में व्यापार करने में जोर दें.
भारत को लगेगा झटका!
इसके अलावा ब्रिक्स देशों के बीच एक कॉमन करेंसी में व्यापार करने को लेकर एक प्रस्ताव भी रखा गया था और अब यह प्रस्ताव डोनाल्ड ट्रंप को पसंद नहीं आया है. बताया जा रहा है कि अगर ट्रंप प्रशासन ब्रिक्स देशों के खिलाफ कोई फैसला लेता है तो भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी चुनौती का सामना कर सकता है. भारत और अमेरिका के बीच अच्छे संबंध है ऐसे में अमेरिका 100 टैरिफ लगाता है तो यह भारत के लिए काफी बड़ा झटका है. वहीं, वित्त वर्ष 2023-24 में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार 118.3 बिलियन डॉलर के करीब हुआ था.
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