20 February 2024
भारत सरकार के एक डेलिगेशन ने बिजनेस रिलेशन्स को मजबूत करने और देश में इंवेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए सिंगापुर की यात्रा की। डीपीआईआईटी के सचिव राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में डेलिगेशन ने सिंगापुर में हाई रेंकिग गर्वमेंट ऑफिशियल के साथ चर्चा की और निवेशक गोलमेज सम्मेलन में हिस्सा लिया।
राजेश कुमार सिंह ने सिंगापुर बिजनेस फेडरेशन की साझेदारी में फिक्की और सिंगापुर में इंडियन हाई कमीशन द्वारा आयोजित खाद्य और मशीनरी क्षेत्र पर ‘‘भारत-सिंगापुर व्यापार गोलमेज सम्मेलन’’ को भी संबोधित किया। फिक्की के एक अधिकारी ने बताया कि यह आयोजन भारतीय और सिंगापुर के व्यवसायों के लिए व्यापार, ज्वाइंट वेंचर, टेक्नोलॉजी एक्सचेंज और साझेदारी बढ़ाने के रास्ते तलाशने के लिए एक मंच के तौर पर काम करता है।
डेलिगेशन की यात्रा का मकसद निवेश बढ़ाना
डीपीआईआईटी के सचिव राजेश कुमार सिंह का कहना है कि डेलिगेशन की यात्रा का मकसद निवेशकों को भारत में आमंत्रित करना, भारत और सिंगापुर के बीच व्यापार संबंधों को बढ़ाना था। इंडियन डेलिगेशन रिन्यूएबल एनर्जी और इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर पर निवेशक गोलमेज सम्मेलन में शामिल हुआ। एंटरप्राइज सिंगापुर और इन्वेस्ट इंडिया द्वारा आयोजित इन सत्रों में दोनों देशों के बीच इंवेस्ट रिलेशन्स और सहयोगी उद्यमों को बढ़ाने की क्षमता पर व्यापार जगत के लोगों के साथ बातचीत की गई।
सिंगापुर भारत का 8वां सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर है। सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग के अनुसार साल 2022-23 में द्विपक्षीय व्यापार 35.59 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। जो 2021-22 की तुलना में 18 प्रतिशत ज्यादा है।